कानपुर. कानपुर हिंसा मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए उत्तर प्रदेश में कानपुर हिंसा की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मुख्तार बाबा ने हिंसा के लिए फंडिंग की थी. बताया जा रहा है कि हयात जफर हाशमी ही बाबा से चंदा इकट्ठा करते थे. इस मामले में एसआईटी के रडार पर और भी कई संदिग्ध हैं, जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर पूछताछ की जा सकती है. जानकारी के मुताबिक एसआईटी की टीम उससे पूछताछ कर रही है, दोपहर बाद उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया जाएगा.
आपको बता दें कि एसआईटी से पूछताछ में कानपुर हिंसा के मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी ने कई बड़े नामों का खुलासा किया था. एसआईटी की पूछताछ में हयात हाशमी ने जिन नामों का खुलासा किया, उनमें बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा का नाम भी शामिल था. मुख्तार पर हिंसा के लिए क्राउडफंडिंग का आरोप है. जांच में यह भी सामने आया है कि बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा ने भी पथराव के लिए बुलाए गए लोगों के खाने-पीने की व्यवस्था समेत फंडिंग में मदद की थी.
गौरतलब है कि 3 जून को कानपुर शहर में वीआईपी मूवमेंट के बीच जुमा की नमाज के बाद पथराव किया गया था, जिसमें पुलिस कर्मियों समेत कई लोग घायल हो गए थे. पैगंबर विवाद में जौहर फैन्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हयात जफर हाशमी द्वारा बाजार बंद करने की घोषणा के बाद दुकानों को बंद करने को लेकर यह बवाल हुआ, जिसमें फायरिंग और बमबाजी की गयी. इस उपद्रव में सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि 25 से अधिक लोग मामूली रूप से घायल हो गए. पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी हयात हाशमी समेत 58 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.