उधमपुर (जम्मू और कश्मीर)
उधमपुर स्वास्थ्य विभाग ने घोषणा की है कि जिले में पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान 21 से 23 दिसंबर तक चलेगा।जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल महांस ने बताया कि अभियान के लिए जिले में 535 पोलियो बूथ और 144 टीमें तैनात की गई हैं। लक्ष्य है 5 वर्ष से कम उम्र के 86,192 बच्चों का टीकाकरण। बूथों पर 2,148 लोग तैनात रहेंगे।
उन्होंने कहा कि 22 और 23 दिसंबर को घर-घर जाकर टीकाकरण किया जाएगा, ताकि शेष बच्चों को भी पोलियो वैक्सीन दी जा सके। रिमोट इलाकों तक वैक्सीन शनिवार शाम तक पहुँच जाएगी।
भारत वर्षों से पोलियो मुक्त है, लेकिन इसके पड़ोसी देश अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अभी भी जंगली पोलियो वायरस सक्रिय है। पाकिस्तान में अक्टूबर 2025 तक 38 मामले दर्ज हुए, जबकि अफगानिस्तान में 9 मामले सामने आए। भारत में पोलियो के अंतिम मामले 2011 में आए थे।
डॉ. महांस ने कहा कि यह अभियान बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, जंगली पोलियो से बचाने और वायरस के म्यूटेशन को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है।
पिछले सप्ताह, 2025 के अंतिम पोलियो अभियान से पहले, रावलपिंडी जिले में दो पर्यावरणीय नमूनों में पोलियो वायरस पाया गया, जो कराची और रहीमयार खान के सक्रिय क्लस्टर से जुड़ा था।
अफगानिस्तान ने अक्टूबर में पूर्वी प्रांतों में पोलियो टीकाकरण अभियान शुरू किया, जिसमें 5 साल से कम उम्र के बच्चों को इंजेक्शन और मौखिक दोनों प्रकार की खुराक दी गई। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा कि अफगानिस्तान के पूर्वी इलाके कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण उच्च जोखिम वाले क्षेत्र हैं।
पोलियो एक अत्यधिक संक्रामक वायरल बीमारी है, जो मुख्य रूप से पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करती है और पक्षाघात का कारण बन सकती है। इसका कोई इलाज नहीं है, लेकिन टीकाकरण सबसे प्रभावी उपाय है।