नई दिल्ली/बर्लिन
भारतीय विदेश कांग्रेस (IOC) ने शुक्रवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बर्लिन स्थित हर्टी स्कूल में दिए गए भाषण की मुख्य बातें साझा कीं। राहुल गांधी ने नेतृत्व, लोकतंत्र और वैश्विक जिम्मेदारी पर अपने विचार साझा किए।
उन्होंने कहा, "लोकतंत्र केवल सरकार की प्रणाली नहीं है, बल्कि यह निरंतर संवाद, जिम्मेदारी और जवाबदेही की प्रक्रिया है।" गांधी ने छात्रों, विद्वानों और अकादमिक समुदाय को अपने व्यक्तिगत और राजनीतिक अनुभवों से दृष्टिकोण प्रस्तुत किए।
IOC के बयान के अनुसार, राहुल गांधी ने शक्ति के वैश्विक बदलाव, भारतीय लोकतंत्र की स्थिति, समावेशी और समान शिक्षा की आवश्यकता, और वैश्विक सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला। उनका जोर गहरी संरचनात्मक असमानताओं को दूर करने के लिए वैश्विक सहयोग बढ़ाने पर था।
इससे पहले, IOC के नेताओं ने राहुल गांधी का बर्लिन में गर्मजोशी से स्वागत किया। इसमें शामिल थीं सोनिया हेल्डस्टेड, IOC वूमेंस विंग, स्वीडन की अध्यक्ष, और गुरमिंदर कौर रंधावा, UK-यूरोप विंग की संयोजक। IOC ने ट्वीट किया कि राहुल गांधी की आवाज लोकतंत्र, संवैधानिक मूल्यों और एकता के लिए प्रेरणा देती है।
यह कार्यक्रम कांग्रेस की वैश्विक पहुंच और गतिविधियों को मजबूत करने के प्रयास का हिस्सा है। राहुल गांधी इस यात्रा के दौरान भारतीय डायस्पोरा से संवाद करेंगे और यूरोप में विभिन्न पार्टी अध्यक्षों के साथ रणनीतिक बैठकें करेंगे। उनकी यह पांच दिवसीय यात्रा 20 दिसंबर तक जारी रहेगी।






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