श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने नवगाम थाना परिसर में हुए आकस्मिक विस्फोट के बाद शनिवार को पुलिस और सिविल प्रशासन के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। इस घटना में नौ लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 32 अन्य घायल हुए थे। अधिकारियों ने बताया कि बैठक में आतंकी तंत्र को ध्वस्त करने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा उठाए जा रहे कदमों पर विस्तृत ब्रीफिंग दी गई।
राजभवन में हुई इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव अतल डुल्लू, गृह सचिव चंद्राकर भारती, पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात, विशेष डीजीपी एस जे एम गिलानी, एडीजी सीआईडी नितीश कुमार सहित शीर्ष अधिकारी उपस्थित रहे।
उपराज्यपाल सिन्हा ने विस्फोट में हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया और घटना के वास्तविक कारणों की जांच के आदेश दिए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार रात करीब 11:20 बजे यह विस्फोट उस समय हुआ जब एक विशेषज्ञ टीम ‘व्हाइट-कॉलर’ आतंकी मॉड्यूल से जुड़े मामले में हरियाणा के फरीदाबाद से बरामद किए गए बड़े और “अस्थिर” विस्फोटक भंडार से नमूने निकाल रही थी। अधिकतर विस्फोटक नवगाम थाने के खुले क्षेत्र में सुरक्षित रूप से रखा गया था।
जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रमुख नलिन प्रभात और केंद्रीय गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव (कश्मीर) प्रशांत लोखंडे ने बताया कि जेएम (जैश-ए-मोहम्मद) से जुड़े इस मॉड्यूल से जब्त किए गए भारी मात्रा में विस्फोटकों के नमूनों को संभालते समय यह हादसा हुआ।