राजौरी (जम्मू और कश्मीर)
लंबे समय से प्रतीक्षित हेलीकोप्टर सेवाएं अब राजौरी जिले में फिर से शुरू हो गई हैं, जिससे इस पहाड़ी और सीमा जिले के निवासियों को बड़ी राहत और सुविधा मिली है। यह सेवा स्वास्थ्य आपात स्थितियों और अन्य जरूरी परिस्थितियों में तत्काल सहायता प्रदान करने में भी सहायक होगी।
खेल स्टेडियम खेओरा स्थित हेलीपैड पर आयोजित उद्घाटन समारोह में यह सुविधा लोगों के लिए दुर्गम और mountainous क्षेत्रों में पहुंच बढ़ाने का महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
डिप्टी कमिश्नर राजौरी, अभिषेक शर्मा ने इस अवसर पर शिरकत की और साइट पर व्यवस्था और इन्फ्रास्ट्रक्चर का व्यक्तिगत निरीक्षण किया।
समारोह में बोलते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि हेलीकोप्टर सेवाओं का पुनः संचालन आम जनता के लिए विशेष रूप से मेडिकल आपात स्थितियों, दुर्घटनाओं या किसी अन्य तत्काल परिवहन की आवश्यकता वाले मामलों में वरदान साबित होगा। उन्होंने कहा, "समय पर हवाई कनेक्टिविटी जीवन बचा सकती है, कठिनाइयों को कम कर सकती है और जिले की आपदा प्रबंधन क्षमता को मजबूत बना सकती है।"
उन्होंने आगे कहा कि यह पहल राजौरी के दूरदराज और सीमा क्षेत्र को जम्मू और कश्मीर के अन्य हिस्सों से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, जिससे स्वास्थ्य सेवा, प्रशासनिक सेवाओं और आवश्यक वस्तुओं की बेहतर उपलब्धता सुनिश्चित होगी। शर्मा ने कहा, "यह सेवा केवल परिवहन का साधन नहीं है, बल्कि हमारे लोगों के लिए आवश्यकता के समय जीवनरेखा है।"
हेलीकोप्टर संचालन के सुचारू समन्वय और प्रभावी प्रबंधन के लिए अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त (ADDC) राजौरी, मलिकज़ादा शेराज़-उल-हक को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इस कदम का उद्देश्य विभागों के बीच संचार को सुव्यवस्थित करना और आपातकालीन व प्राथमिक मामलों का शीघ्र निपटान सुनिश्चित करना है।
उद्घाटन समारोह में सेवानिवृत्त डॉक्टर विजय गुप्ता, सुशील जमवाल, सुब्सिन गुप्ता, सुबह चंदर और करण दीवान सहित कई प्रमुख नागरिक मौजूद थे और उन्होंने लंबे अंतराल के बाद इस महत्वपूर्ण सेवा को बहाल करने के लिए प्रशासन के प्रयासों की सराहना की।
हेलीकोप्टर सेवाओं के पुनः संचालन से न केवल आपातकालीन चिकित्सा निकासी की क्षमता में सुधार होगा, बल्कि क्षेत्र की पर्यटन संभावनाओं और आर्थिक गतिविधियों में भी वृद्धि होगी, जिससे राजौरी के निवासियों के लिए नई उम्मीदें जगी हैं।