डोडा (जम्मू-कश्मीर)
डोडा के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के बाथरूम में एक नवजात महिला शिशु का शव मिला है। पुलिस ने यह जानकारी दी है कि मृत बच्ची लगभग 5-6 महीने की थी और शव 28 सितंबर को पाया गया था।
अस्पताल के मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ. तनवीर अहमद ने बताया कि यह शव अस्पताल के स्वच्छता और सुरक्षा जांच के दौरान मिला। उन्होंने कहा, “अस्पताल के कर्मचारियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया है और डीएनए नमूने फॉरेंसिक लैब भेजे गए हैं। जांच अभी जारी है। अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था, जिसमें सीसीटीवी फुटेज भी शामिल है, की समीक्षा की जा रही है।”
पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 94 (गुप्त तरीके से जन्म छिपाने और मृत शरीर को छुपाने) के तहत केस दर्ज किया है। जांच अधिकारी (आईओ) के साथ फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की टीम और क्राइम फोटोग्राफर भी घटनास्थल पर पहुंचे और आवश्यक कानूनी और वैज्ञानिक कार्यवाही की।
शव को मेडिकल-लीगल जांच के लिए कब्जे में ले लिया गया है। पुलिस ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज़ी से चल रही है और आगे की कानूनी कार्रवाई कानून के अनुसार की जाएगी।
अभी तक इस घटना के पीछे के कारण स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। डीएनए जांच की रिपोर्ट मिलने के बाद ही मामले की पूर्ण पुष्टि हो सकेगी। पुलिस मामले की गहनता से छानबीन कर रही है और संबंधित पक्षों से पूछताछ कर रही है।
यह घटना अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था और नवजात शिशुओं की देखरेख की व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस इस मामले को संजीदगी से ले रहे हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।