नई दिल्ली, 24 जुलाई 2025 (एएनआई): आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर उच्च सदन में नियम 267 के तहत कार्य स्थगन नोटिस दिया है। उन्होंने मांग की है कि इस मुद्दे पर संवैधानिक और चुनावी प्रभावों को लेकर संसद में विस्तृत चर्चा कराई जाए।
संजय सिंह ने नोटिस में कहा, “मैं सदन का ध्यान एक बेहद गंभीर और संवेदनशील मुद्दे की ओर आकर्षित कराना चाहता हूं, जो कि बिहार राज्य में चुनाव आयोग द्वारा कराए जा रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) से जुड़ा है।”
उन्होंने कहा कि बिहार में SIR की प्रक्रिया कई स्तरों पर चिंताजनक है और यह "असमानता" को बढ़ावा देती है। संजय सिंह के अनुसार, "चुनाव सूची का नियमित और पारदर्शी पुनरीक्षण लोकतांत्रिक व्यवस्था की रीढ़ होता है, लेकिन बिहार में अपनाई जा रही प्रक्रिया न केवल चिंता का विषय है, बल्कि यह असमानता को भी बढ़ावा देती है — खासकर तब, जब इसे 2025 में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव के संदर्भ में देखा जाए।"
उन्होंने यह भी बताया कि यह प्रक्रिया राज्य के लगभग 8 करोड़ मतदाताओं को प्रभावित कर रही है, जिनसे कठिन दस्तावेजों की मांग की जा रही है। "यह प्रक्रिया प्रवासी मजदूरों, छात्रों और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के लिए लगभग असंभव साबित हो रही है, जिनके पास पहचान के तौर पर केवल आधार कार्ड ही है," उन्होंने कहा।
बुधवार को लगातार तीसरे दिन लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही बाधित रही। विपक्षी दलों ने बिहार में SIR समेत अपने मुद्दों पर चर्चा की मांग को लेकर सदनों में हंगामा किया।
लोकसभा में अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों से सदन की कार्यवाही सामान्य रूप से चलने देने की अपील की। उन्होंने सदन में तख्तियां दिखाने पर आपत्ति जताते हुए कहा, “पूरा देश आपके व्यवहार और आचरण को देख रहा है। यदि आप बैनर लेकर आए तो मुझे कठोर कार्रवाई करनी पड़ेगी। यह सदन चर्चा और संवाद के लिए है, नारेबाजी के लिए नहीं। सदन की मर्यादा बनाए रखें।”