नई दिल्ली
पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच हाल ही में हुए रणनीतिक रक्षा समझौते पर भारत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वह इस समझौते के भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता पर पड़ने वाले प्रभावों का गंभीरता से अध्ययन करेगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को कहा, "हमने पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच रणनीतिक पारस्परिक रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर की खबरें देखी हैं। यह लंबे समय से विचाराधीन व्यवस्था थी जिसे अब औपचारिक रूप दिया गया है।"
पाकिस्तान-सऊदी अरब के साझा बयान के अनुसार, यह समझौता दोनों देशों की रक्षा साझेदारी को मजबूत बनाता है और इसमें कहा गया है कि यदि किसी एक देश पर हमला होता है तो उसे दोनों देशों के खिलाफ आक्रमण माना जाएगा।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए जायसवाल ने कहा, "भारत अपने राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा और सभी क्षेत्रों में व्यापक राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।"
गौरतलब है कि यह समझौता ऐसे समय पर हुआ है जब भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में चार दिनों तक सैन्य तनाव रहा था। इस पृष्ठभूमि में इस नए रक्षा समझौते को रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
जायसवाल ने स्पष्ट किया कि भारत इस घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है और इसके संभावित प्रभावों का गहन विश्लेषण करेगा। उन्होंने कहा कि भारत की प्राथमिकता अपनी संप्रभुता और सुरक्षा हितों की रक्षा करना है।