चेन्नई.
भारत के गरुड़ एयरोस्पेस के ड्रोन भूकंप प्रभावित तुर्की में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) द्वारा बचाव अभियान में तैनात किए जाएंगे. कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी है. संस्थापक और सीईओ अग्निश्वर जयप्रकाश ने कहा, "गरुड़ एयरोस्पेस ने हमेशा संकट के दौरान कदम बढ़ाया है और विभिन्न आपात स्थितियों के लिए ड्रोन तैनात करके बड़े पैमाने पर प्रभाव पैदा किया है.
तुर्की में मौजूदा स्थिति को देखते हुए, गरुड़ एयरोस्पेस चल रहे बचाव और राहत कार्यों का समर्थन करने के लिए ड्रोन तैनात कर रहा है." एनडीआरएफ ने गरुड़ एयरोस्पेस से आपदा प्रबंधन कार्यो के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा अनुमोदित ड्रोन प्रदान करने का अनुरोध किया था.
शहर स्थित ड्रोन-एस-ए-सर्विस स्टार्ट-अप गरुड़ एयरोस्पेस अपने ड्रोणी ड्रोन को सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी के लिए तैनात करेगा ताकि पीड़ितों को मलबे के ढेर के नीचे फंसे होने से बचाया जा सके और एक संशोधित किसान ड्रोन जो पीड़ितों के लिए आपातकालीन दवाएं, आपूर्ति और भोजन ले जाने में मदद करेगा.
इससे पहले, गरुड़ एयरोस्पेस ने उत्तराखंड में चमोली ग्लेशियर फटने पर बचाव और राहत कार्यो के लिए ड्रोन तैनात किए थे और राजस्थान में टिड्डी नियंत्रण अभियान का समर्थन किया था.
‘ ऑपरेशन दोस्त’ के तहत तुर्की, सीरिया को मानवीय सहायता
भूकंप के बाद भारत की ओर से सीरिया और तुर्की को खाद्य, चिकित्सा आपूर्ति और उपकरण प्रदान कर रहा है. इसे ‘अॉपरेशन दोस्त’ का नाम दिया गया है. इस ऑपरेशन के तहत ही तुर्की खोजी और बचाव दल भेजा गया है. यह जानकारी विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को दी.
तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए भयानक भूकंप में जीवित बचे लोगों की तलाश बुधवार को भी जारी रही. कई देशों से विदेशी सहायता यहां पहुंचने लगी है. जयशंकर ने ट्वीट कर बताया, ऑपरेशन दोस्त के तहत, भारत तुर्की और सीरिया में खोज और बचाव दल, एक फील्ड अस्पताल, सामग्री, दवाएं और उपकरण भेज रहा है. यह ऑपरेशन जारी है और हम अपडेट पोस्ट करते रहेंगे.
सहायता संगठनों और बचावकर्मियों के अनुसार, मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है. बड़ी संख्या में अभी भी लोग लोग मलबे के नीचे दबे हुए हैं.सीएनएन ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि तुर्की-सीरिया भूकंप में मरने वालों की संख्या 9,487पहुंच गई है. आपदा प्रभावित देशों में बचाव अभियान जारी है.
भारत ने मंगलवार को देश की मानवीय सहायता और आपदा राहत के हिस्से के रूप में भारतीय सेना की चिकित्सा टीम के 54सदस्यों सहित सहायता के अपने चौथे दल को भेजा. हाल में 6 टन से अधिक आपातकालीन राहत सहायता सीरिया पहुंच गई है.
विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि इसमें सुरक्षात्मक गियर, आपातकालीन उपयोग की दवाएं, ईसीजी मशीन और अन्य चिकित्सा सामग्री के 3ट्रक लोड शामिल हैं.