भारत पर अगर युद्ध थोपा गया तो जवाब ऑपरेशन सिंदूर होगा : आदित्यनाथ

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 10-06-2025
If war is imposed on India, the answer will be Operation Sindoor: Adityanath
If war is imposed on India, the answer will be Operation Sindoor: Adityanath

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि भारत अब चुप रहने के बजाय पूरी ताकत के साथ जवाब देता है. अगर कोई भारत पर युद्ध थोपता है और आतंकवाद को बढ़ावा देता है तो इसका जवाब ऑपरेशन सिंदूर के रूप में मिलेगा. केंद्र में मोदी सरकार के 11 साल की सराहना करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि इन वर्षों को विकसित और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में "स्वर्णिम काल" के रूप में याद किया जाएग.
 
आदित्यनाथ केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व के 11 साल पूरे होने पर मंगलवार को एक पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे. कश्मीर में 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जवाबी कार्रवाई के तौर पर शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई हम पर युद्ध थोपता है या आतंकवाद को बढ़ावा देता है तो इसका जवाब सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक और ऑपरेशन सिंदूर के रूप में मिलेगा.
 
केंद्र की पिछली सरकारों की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘2014 से पहले देश में आतंकवाद जैसे मुद्दों पर निष्क्रिय रहने की प्रवृत्ति थी। कहा जाता था कि भारत एक ऐसा राष्ट्र है जो केवल शांति की वकालत करता है - चाहे परिस्थितियां कैसी भी हों।’’ आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘आक्रामकता के सामने भी शांति का मंत्र जपने की प्रवृत्ति थी। यह मानसिकता गहराई से जड़ जमा चुकी थी। लेकिन मौजूदा नेतृत्व में उस दृष्टिकोण को पूरी तरह से उलट दिया गया है। अब, भारत चुप्पी से नहीं, बल्कि ताकत से जवाब देता है.
 
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को एक अलग वैश्विक पहचान दी है. उनके शासन की पहचान सेवा, अच्छे प्रशासन और गरीबों के कल्याण से है. केंद्र में मोदी सरकार के 11 वर्षों के कामकाज की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इन वर्षों को विकसित और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के ‘‘स्वर्णिम काल’’ के रूप में याद किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि देश को ऐसा नेतृत्व मिला है जो भ्रष्टाचार, वंशवादी राजनीति और तुष्टिकरण से मुक्त है. आदित्यनाथ ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत अपने 140 करोड़ नागरिकों के लिए विश्वास का प्रतीक बनकर उभरा है और वैश्विक मंच पर उसने अपना वह सम्मान वापस पाया है, जो कांग्रेस और अन्य ‘अस्थिर’ सरकारों के 65 वर्षों के दौरान कम हो गया था.
 
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत (एक भारत, महान भारत) की परिकल्पना अब एक मजबूत और निर्णायक नेतृत्व में साकार हो रही है. उन्होंने कहा कि भारत के 140 करोड़ नागरिकों ने राष्ट्रीय एकता और अखंडता के प्रति सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता तथा सुरक्षा और आतंकवाद के प्रति उसके निर्णायक दृष्टिकोण को देखा है. उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी की सरकार के 11 साल ऐसे समय में पूरे हो रहे हैं, जब दुनिया ने भारत की सैन्य ताकत देखी है - जिसका हालिया उदाहरण ऑपरेशन सिंदूर है.
 
आदित्यनाथ ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में देश की अर्थव्यवस्था लगातार आगे बढ़ी है. उन्होंने कहा, "2014 से पहले, भारत अस्थिरता से ग्रस्त था। अर्थव्यवस्था अनिश्चित थी और लोगों में देश के भविष्य को लेकर आत्मविश्वास की कमी थी. 1947 से 2014 तक, भारत केवल दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में कामयाब रहा था - और वह भी नाजुक अर्थव्यवस्था थी. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने कहा कि यह उल्लेखनीय परिवर्तन तब हुआ है, जब भारत स्वतंत्रता के 75 वर्ष मना रहा है.
 
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने आर्थिक मजबूती के मामले में उस ब्रिटेन को पीछे छोड़ दिया है, जिसने करीब 200 साल तक भारत पर राज किया. उन्होंने कहा, "अब जब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 11 सफल वर्ष पूरे हो रहे हैं, तो भारत जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत करने की राह पर है। हमारी अर्थव्यवस्था एकमात्र ऐसी अर्थव्यवस्था है जिसका आकार एक दशक में दोगुना हो गया है."
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास को अब सिर्फ नारा नहीं बल्कि हकीकत के तौर पर देखा जा रहा है. आदित्यनाथ ने कहा कि शासन अब पहचान या पक्षपात पर आधारित नहीं है, बल्कि पात्रता पर आधारित है. उन्होंने कहा कि हर नागरिक को अब बिना किसी भेदभाव के सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता है. उन्होंने कहा, "सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास- ये सिर्फ शब्द नहीं हैं, बल्कि इस सरकार की नीतियों के मार्गदर्शक सिद्धांत हैं. उन्होंने वाराणसी, अयोध्या, केदारनाथ, बद्रीनाथ धाम, सोमनाथ मंदिर समेत विभिन्न धार्मिक स्थलों पर किए गए कार्यों का भी जिक्र किया.