आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक महिला के चेहरे से नकाब हटाए जाने की घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह ‘‘व्यक्तिगत गरिमा और नैतिक सीमाओं का गंभीर उल्लंघन’’ है।
यहां जामिया मस्जिद में शुक्रवार की नमाज को संबोधित करते हुए मीरवाइज ने कहा कि अधिकार, शक्ति या पद का कोई भी दर्जा किसी अन्य व्यक्ति के आत्म-सम्मान में हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं देता है।
संबंधित घटना का वीडियो व्यापक रूप से प्रसारित हो रहा है। यह घटना सोमवार को पटना में मुख्यमंत्री सचिवालय में हुई, जहां आयुष के डॉक्टर अपने नियुक्ति पत्र प्राप्त करने के लिए एकत्रित हुए थे।
मीरवाइज ने कहा, ‘‘यह व्यक्तिगत गरिमा और नैतिक सीमाओं का घोर उल्लंघन है। जब सार्वजनिक रूप से, विशेषकर किसी अधिकारिक पद पर आसीन व्यक्ति द्वारा गरिमा का उल्लंघन किया जाता है, तो यह एक बेहद चिंताजनक संदेश देता है कि सत्ता नैतिकता और बुनियादी मानवीय मूल्यों पर हावी हो सकती है।’’
उन्होंने कहा कि यह खेदजनक है कि कुमार से माफी मांगने की बात कहने के बजाय कुछ राजनीतिक दल और मीडिया के कुछ लोग इसे महिला सशक्तीकरण का मुद्दा बताकर और जानबूझकर बहस को हिजाब के मुद्दे में घसीटकर घटना को उचित ठहराने का प्रयास कर रहे हैं।