इंजेक्शन के डर से कैसे मिले छुटकारा ?

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 04-11-2022
इंजेक्शन के डर से कैसे मिले छुटकारा ?
इंजेक्शन के डर से कैसे मिले छुटकारा ?

 

आवाज द वॉयस /नई दिल्ली

इंजेक्शन से न केवल बच्चे डरते हैं, कभी-कभी बड़े भी अपनी त्वचा में सुई डालने के विचार से भयभीत हो जाते हैं. डर की वजह से उनके दिल की धड़कन तेज हो जाती है.इंजेक्शन का डर कभी-कभी किसी व्यक्ति को अधिक नुकसान पहुंचा सकता है.

इंजेक्षन के भय को स्वास्थ्य विशेषज्ञ ट्रिपैनोफोबिया कहते हैं.अरबी पत्रिका सेदाती ने कुछ ऐसी तकनीकों का उल्लेख किया है जिनका उपयोग इंजेक्शन के डर को दूर करने में किया जा सकता है.इंजेक्शन डर के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग होते हैं. इंजेक्शन के दौरान कुछ लोगों को कमजोरी महसूस होती है. इस डर के कुछ सामान्य लक्षण होते हैं.

. सीने में जकड़न और सांस की तकलीफ

. चक्कर आना और मतली

. तेज धड़कन

. पसीना आना

कुछ लोग खून या सुई देखकर बेहोश हो सकते हैं, क्योंकि शरीर का रक्तचाप कम हो जाता है.कुछ लोग अतीत में एक विशिष्ट घटना के कारण इंजेक्शन से डरते हैं जिससे उन्हें पहली बार डर लगता है. हो सकता है कि उन्हें बच्चों के रूप में इंजेक्शन लगाने के लिए भारी इंजेक्शन लगाया गया हो या दबाव डाला गया हो.

एक अप्रिय अतीत का अनुभव इस डर का कारण हो सकता है.

डर कैसे करें दूर ?

यदि सांस लेने के व्यायाम का अभ्यास किए, तो आप इंजेक्शन के दौरान आराम महसूस कर सकते हैं. इस समय लंबी और गहरी सांसें ली जाएं तो रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ जाती है.इसके लिए चार सेकेंड तक सांस लें और उतनी ही अवधि में सांस छोड़ें.

दर्द प्रबंधन तकनीक

इंजेक्शन से होने वाले दर्द से बचने के लिए आप दर्द निवारक दवाओं का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. एक तरीका है इंजेक्शन वाली जगह पर सुन्न करने वाली क्रीम लगाना.ऐसे चिकित्सा उपकरण भी हैं जिनका उपयोग दर्द की लहर को मस्तिष्क तक पहुंचने से रोकने के लिए इंजेक्शन की जगह के आसपास दबाव डालने के लिए किया जा सकता है.

इंजेक्शन लगाते समय, आपको अपना ध्यान अगल-बगल से लगाना चाहिए. एक तरीका यह है कि इस दौरान मेडिकल स्टाफ के किसी सदस्य से बात की जाए. अपने परिवेश पर ध्यान दें या अपने मोबाइल फोन पर अपना पसंदीदा गाना सुनें.

कुछ लोगों के लिए समस्या यह है कि इंजेक्शन के दौरान खून या सुई को देखते ही बेहोश हो जाते हैं. ऐसा इसलिए, क्योंकि उनका रक्तचाप कम हो जाता है. अगर आपको ऐसी कोई समस्या है तो अपने डॉक्टर से सलाह लें.

हाइड्रेटेड रहने से बेहोशी रोकी जा सकती है. इंजेक्शन से पहले पानी पिएं. इंजेक्षन लेते समय अपने पैरों और कूल्हों की मांसपेशियों को छोड़ दें. इस प्रक्रिया को बार-बार दोहराएं, इससे आपका रक्तचाप सामान्य स्तर पर आ जाएगा.