आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर सिरमौर जिले के चूड़धार आने वाले श्रद्धालुओं पर ‘कर लगाने’ का आरोप लगाया. राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी ने दावा किया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कांग्रेस नेतृत्व के इशारे पर हिमाचल प्रदेश में मुगल शासन वापस लाने पर अड़े हुए हैं.
राज्य सरकार ने कथित तौर पर चूड़धार घाटी की यात्रा पर आने वाले पर्यटकों पर 20 रुपये से 1,000 रुपये तक का कर लगाया है, जिनमें शिरगुल महाराज मंदिर में दर्शन करने वाले पर्यटक भी शामिल हैं. स्थानीय लोगों ने दावा किया कि राज्य सरकार का वन्यजीव विभाग 20 अप्रैल से कर वसूल रहा है.
भाजपा के आरोप पर हिमाचल सरकार की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा, ‘‘हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ‘मुगलिया शासन’ लाने पर अड़ी हुई है. इसने एक बार फिर मंदिर पर कर लगा दिया है.’’ उन्होंने राज्य सरकार से इस फैसले को वापस लेने की मांग की.
शुक्ला ने कहा कि शिरगुल महाराज मंदिर में पूजा-अर्चना करने के लिए बड़ी संख्या में लोग चूड़धार आते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘सुक्खू ने उन श्रद्धालुओं पर कर लगा दिया है. राज्य की कांग्रेस सरकार ने श्रद्धालुओं को लाने-ले जाने वाले घोड़ों और खच्चरों पर भी कर लगाने का फैसला किया है.’’ भाजपा प्रवक्ता ने इस कदम को ‘हिंदू विरोधी’ करार देते हुए आरोप लगाया कि सुक्खू सरकार ने इससे पहले राज्य के 35 मंदिरों पर कर लगाया है. उन्होंने कहा, ‘‘ चिंतापूर्णि मंदिर में पूजा-पाठ पर कर लगाया गया है. मंदिर में हवन करने का शुल्क भी तीन गुना कर दिया गया है.’’ शुक्ला ने आरोप लगाया कि सुक्खू सरकार ‘‘हिंदू विरोधी कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व की ओर से इस तरह के दुर्भाग्यपूर्ण फैसले ले रहे हैं.’’