देहरादून
उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के सीईओ के अनुसार, उत्तराखंड में केदारनाथ धाम में हेलीकॉप्टर संचालन फिर से शुरू हो गया है और पर्यटकों को मौसम के अनुसार अपनी यात्रा की योजना बनाने के लिए कहा गया है. अधिकारी सोनिका ने कहा कि क्षेत्र में उड़ानें फिर से शुरू नहीं हुई हैं, लेकिन मौसम में सुधार होने पर फिर से शुरू होंगी. सोनिका ने एएनआई को बताया, "आज से हेलीकॉप्टर संचालन फिर से शुरू हो गया है. चूंकि वर्तमान में मौसम अनुकूल नहीं है, इसलिए उड़ानें अभी तक फिर से शुरू नहीं हुई हैं. लेकिन जैसे ही मौसम साफ होगा, उड़ानें फिर से शुरू हो जाएंगी."
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) ने कहा कि रविवार सुबह उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड के वन क्षेत्र के पास एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से पायलट सहित सात लोगों की मौत हो गई. आर्यन एविएशन हेलीकॉप्टर केदारनाथ धाम से गुप्तकाशी के लिए उड़ान भर रहा था, जब रविवार सुबह 5:30 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
मृतकों की पहचान जयपुर निवासी कैप्टन राजबीर सिंह चौहान (39), बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के प्रतिनिधि और रासी निवासी विक्रम रावत (47), उत्तर प्रदेश निवासी विनोद देवी (66), उत्तर प्रदेश निवासी त्रिष्टि सिंह (19), गुजरात निवासी राजकुमार सुरेश जायसवाल (41), श्रद्धा राजकुमार जायसवाल और महाराष्ट्र निवासी काशी (2) के रूप में हुई है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुर्घटना के बाद सीएम आवास से वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक वर्चुअल उच्च स्तरीय बैठक की. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने कहा कि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) दुर्घटना की जांच कर रहा है. DGCA ने आगे कहा कि दुर्घटना के मद्देनजर एहतियात के तौर पर चार धाम में हेलीकॉप्टर संचालन की आवृत्ति कम कर दी जाएगी. DGCA बढ़ी हुई निगरानी और परिचालन समीक्षा भी कर रहा है. उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विभाग (UCADA) की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोनिका ने कहा था कि घाटी में चल रहे राहत कार्यों और मौसम की स्थिति को देखते हुए क्षेत्र में हेलीकॉप्टर शटल सेवाएं बंद कर दी गई हैं.