गोपेश्वर
उत्तराखंड के चमोली जिले के नंदानगर नगर पंचायत में पिछले कुछ घंटों से हो रही लगातार भारी बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाएँ सामने आई हैं। इस भूस्खलन में मलबे की चपेट में आने से आधा दर्जन मकान गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। राहत और बचाव कार्य के दौरान पता चला कि इस घटना में कम से कम पांच लोग लापता हैं।
चमोली जिला आपदा प्रबंधन केंद्र की जानकारी के अनुसार, भूस्खलन खासकर नंदानगर के कुंतरी वार्ड में हुआ। इस क्षेत्र में मलबे में फंसे कुछ लोगों को बचाने के लिए राहत कार्य शुरू किया गया है। अधिकारी बताते हैं कि अब तक दो लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।
राहत और बचाव के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) की टीमों को तुरंत मौके पर भेजा गया है। टीमों ने मलबे को हटाकर लोगों की खोज शुरू कर दी है। अधिकारियों ने स्थानीय निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर जाने और खतरे वाले क्षेत्रों से दूर रहने की चेतावनी दी है।
करीब एक पखवाड़े पहले ही कुंतरी वार्ड में भारी बारिश के कारण 16 मकानों की जमीन धंस गई थी और कई मकानों में गहरी दरारें आ गई थीं। उस समय वहां रहने वाले 64 लोगों को तत्काल राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया था।
साथ ही, नंदानगर के मोख घाटी के धुर्मा गांव में भी मोख नदी का उफान मच गया, जिससे आधा दर्जन मकान मलबे की चपेट में आकर बर्बाद हो गए। जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें लगातार प्रभावित क्षेत्रों का जायजा ले रही हैं और प्रभावित परिवारों को आवश्यक राहत सामग्री, पानी और भोजन उपलब्ध कराने में जुटी हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने प्रभावित लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता बताते हुए, प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से राहत कार्य और संरचनात्मक बहाली सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने भी लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर ही रहें और खतरे वाले क्षेत्रों में न जाएँ।