आवाज द वाॅयस / हरिद्वार
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित डासना देवी मंदिर के प्रधान पुजारी यति नरसिंहानंद जमानत पर जेल से रिहा हो गए.करीब एक महीना उन्होंने सलाखों के पीछे बिताया. उन्हें 15 जनवरी को हरिद्वार अभद्र भाषा मामले में गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के समय, वह जितेंद्र नारायण त्यागी की गिरफ्तारी के विरोध में अपना विरोध दर्ज कराने के लिए सर्वानंद घाट पर भूख हड़ताल पर थे.
रिहाई के बाद, उन्हें उनके समर्थकों द्वारा घर वापसी के नायक के रूप में लिया. उनका फूल-माला से स्वागत किया गया.बाद में, वह त्यागी की गिरफ्तारी के खिलाफ अपना विरोध फिर से शुरू करने के लिए सर्वानंद घाट गए .
हरिद्वार में पिछले साल 17 से 19 दिसंबर को यति नरसिंहानंद द्वारा धर्म संसद आयोजित किया गया था, जिसमें कई लोगों ने अल्पसंख्यकों के खिलाफ ‘शस्त्र मेव जायते‘ के नारे के साथ खुले तौर पर नफरती बातें कही थीं .
नरसिंहानंद ने स्पष्ट रूप से इस कार्यक्रम में बोलते हुए मुसलमानों के खिलाफ नरसंहार और हथियारों के इस्तेमाल का आह्वान किया था.नफरत भरे भाषणों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामले में अन्य लोगों के साथ उनके खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई थी.