आइजोल
मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदूहमा ने शनिवार को कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है क्योंकि राज्य पहली बार देश के रेलवे नक्शे पर दर्ज हो गया है। यह कदम मिजोरम और भारत के बीच सपनों और हकीकत को जोड़ने वाला साबित होगा।
मुख्यमंत्री लालदूहमा आइजोल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिजोरम की पहली रेलवे लाइन का उद्घाटन किया और राज्य की पहली राजधानी एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर दिल्ली के लिए रवाना किया।
लालदूहमा ने कहा, “आज का दिन हमारे राज्य की प्रगति यात्रा का नया अध्याय है। यह सिर्फ रेलवे परियोजनाएँ नहीं हैं, बल्कि हमारे बच्चों के भविष्य, नागरिकों की गरिमा और राज्य की आर्थिक मजबूती में निवेश हैं। इन परियोजनाओं का असर दूरगामी होगा, जो मिजोरम और भारत को और करीब लाएगा।”
सीएम ने बताया कि 51.38 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन तकनीकी रूप से अद्भुत उपलब्धि है और यह इंजीनियरिंग उत्कृष्टता का प्रतीक है।
उन्होंने कहा, “यह रेलवे लाइन सिर्फ इंजीनियरिंग की उपलब्धि नहीं, बल्कि समावेशन, राष्ट्रीय एकता और साझा आकांक्षाओं का प्रतीक है। इसने मिजोरम को भारत के बाकी हिस्सों से और भारत को मिजोरम के दिल से जोड़ दिया है। यह 51.38 किलोमीटर का ट्रैक देश के सबसे कठिन इलाकों में से होकर गुजरता है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की उपस्थिति उत्तर-पूर्व के विकास और एक जुड़े हुए भारत के प्रति उनके अटूट संकल्प का सशक्त प्रतीक है।
लालदूहमा ने आगे कहा, “हम आभारी हैं कि इस अवसर पर कई और परियोजनाओं का भी उद्घाटन हुआ, जिनसे हमारी स्थानीय आबादी के दिल जुड़े हुए हैं। केंद्र सरकार के साथ निकटता से काम करना हमारे लिए गर्व की बात है। हम प्रधानमंत्री और उनके सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने हमेशा हमारी बात सुनी और संवेदनशीलता दिखाई।”
सीएम ने कहा कि इस साझेदारी ने सहकारी संघवाद में भरोसा और मजबूत किया है। “मिजोरम इस साझेदारी को सहानुभूति, जवाबदेही और आपसी सम्मान पर आधारित मानता है और आने वाले वर्षों में इसे और सुदृढ़ करने की उम्मीद रखता है।”
लालदूहमा ने कहा कि प्रधानमंत्री का ‘सबका साथ, सबका विश्वास’ मंत्र मिजोरम को और अधिक मजबूत तथा जुड़ा हुआ बनाएगा।
उन्होंने रेलवे बोर्ड, इंजीनियरों और स्थानीय समुदायों को धन्यवाद दिया जिनकी मेहनत से यह परियोजना संभव हो सकी और मिजोरम को “नई जीवनरेखा” मिली।
मुख्यमंत्री ने उन मजदूरों को भी श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने अगस्त 2023 में राज्य में एक अधूरी रेलवे पुल दुर्घटना में अपनी जान गंवाई थी।
उन्होंने कहा, “उन्होंने सिर्फ पुल और सुरंगें नहीं बनाई थीं, बल्कि अपने से बड़े एक सपने के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। हम उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।”