पहले नेहरू, अब राहुल, ‘वंदे मातरम्’ का अपमान : संसद में पीएम मोदी का कांग्रेस पर प्रहार

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 08-12-2025
First Nehru, now Rahul, 'Vande Mataram' insulted: PM Modi attacks Congress in Parliament
First Nehru, now Rahul, 'Vande Mataram' insulted: PM Modi attacks Congress in Parliament

 

नई दिल्ली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि पार्टी ने राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ के साथ बार-बार अन्याय किया है। उन्होंने विपक्ष के नेता राहुल गांधी की सदन से अनुपस्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि गंभीर चर्चा के बीच नेता प्रतिपक्ष का न होना यह दर्शाता है कि कांग्रेस राष्ट्रीय मुद्दों, विशेषकर वंदे मातरम् जैसे गौरवशाली प्रतीक, को लेकर कभी संवेदनशील नहीं रही। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले पंडित नेहरू ने और अब राहुल गांधी ने वंदे मातरम् के प्रति अनादर दिखाया है।

उन्होंने एक ऐतिहासिक संदर्भ देते हुए बताया कि नेहरू ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को पत्र लिखकर कहा था कि यह गीत मुसलमानों को भड़का सकता है, जो उनके शब्दों में राष्ट्रीय गीत के साथ किया गया “सबसे बड़ा समझौता” था। मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने मुस्लिम लीग के दबाव में वंदे मातरम् से समझौता किया और इसकी आत्मा को तोड़ दिया।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि वंदे मातरम् केवल एक गीत नहीं, बल्कि भारत की स्वतंत्रता की चेतना का स्वर था, जिसने हर भारतीय को एक सूत्र में पिरोया। बैंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने इसे उस दौर में लिखा था जब भारत को जागरण की आवश्यकता थी, और यह गीत स्वतंत्रता आंदोलन का प्राण बन गया।

ब्रिटिश शासन ने जब 1905 में बंगाल को विभाजित किया, तब भी वंदे मातरम् ने राष्ट्र को एकजुट रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह गीत केवल राजनीतिक स्वतंत्रता का मंत्र नहीं, बल्कि भारत की हजारों वर्षों पुरानी सांस्कृतिक विरासत का आधुनिक अवतार है, जिसने देश को शक्ति, साहस और त्याग का मार्ग दिखाया। उन्होंने कहा कि आज जब वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे हो रहे हैं, यह हमारे लिए गर्व का अवसर है, क्योंकि यह गीत स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आपातकाल और आज के भारत तक हमेशा प्रेरणा का स्रोत रहा है।

 

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जब संविधान के 75 वर्ष, सरदार पटेल और बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती तथा गुरु तेग बहादुर की 350वीं पुण्यतिथि भी मनाई जा रही है, तब वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ देश को फिर एक बार उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक एकजुट करने का अवसर है।

उन्होंने जोर दिया कि यह समय देश को आगे बढ़ाने, स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को पूरा करने और 2047 तक भारत को विकसित बनाने के संकल्प को दोहराने का है। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम् ने हमें आज़ादी दिलाई थी, और आज वही गीत भविष्य की दिशा दिखाने वाला मार्गदर्शक मंत्र बन सकता है।