परिवारवादी पार्टियां युवाओं को आगे बढ़ने का मौका नहीं देतीं: मोदी

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 06-04-2022
नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी

 

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को परिवारवादी राजनीतिक पार्टियों पर तंज करते हुये कहा है कि ये दल कभी भी युवाओं को प्रगति करने का मौका नहीं देते हैं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 42वें स्थापना दिवस पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि अन्य लोगों के लिये जहां 'परिवार भक्ति' है, वहीं भाजपा के लिये 'राष्ट्र भक्ति' है.


उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक दल एक परिवार के हित के लिये काम कर रहे हैं. वे अलग-अलग राज्यों में मौजूद हैं लेकिन एक-दूसरे के भ्रष्टाचार और गलत कामों को ढंकते हैं.

 

मोदी ने कहा, "इन परिवारवादी पार्टियों के कारण देश को बहुत नुकसान हुआ है. इन पार्टियों ने देश के युवाओं को प्रगति करने नहीं दिया. इन्होंने हमेशा युवाओं को धोखा दिया है. आज भाजपा इकलौती ऐसी पार्टी है, जिसने देश में इस दिशा में बदलाव किया और इसे राजनीति मुद्दा बनाया. आज सब लोग समझते हैं कि परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र के खिलाफ हैं."

 

विपक्षी दलों की अगुवाई वाले राज्यों में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या और राजनीतिक हिंसा का उल्लेख करते हुये प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता संघर्ष कर रहे हैं और अपनी जिंदगी गंवा रहे हैं. उन्होंने कहा, "मैं आश्वासन देता हूं कि हमारा संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक हम उन राज्यों में लोकतांत्रिक मूल्यों को स्थापित न कर दें."

 

उन्होंने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को कहा कि भाजपा दिन रात गरीबों, पिछड़ों और महिलाओं के उत्थान के लिये काम कर रही है और यही इस पार्टी का मूल सिद्धांत है.

 

प्रधानमंत्री ने कहा कि कई राजनीतिक दल कई दशक से वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं लेकिन भाजपा इस तरह के अनुचित तरीकों का विरोध करने में सफल रही है.

 

मोदी ने इस मौके पर कहा, "आज नवरात्रि का पांचवां दिन है. आज हम मां स्कंदमाता की पूजा करते हैं. वह कमल के फूल पर विराजमान होती हैं और उनके दोनों हाथों में कमल के फूल होते हैं. मां की कृपा रहे."

 

उन्होंने कहा कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक और कच्छ से लेकर कोहिमा तक भाजपा देश को 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' के रूप में मजबूत करने के प्रयास में जुटी है.

 

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज बिना किसी दबाव और भय के अपने हित के लिये खड़ा है. जब पूरी दुनिया दो विरोधी खेमों में बंट गयी है, तो भारत को एक ऐसे देश के रूप में देखा जा रहा है, जो मानवता की बात करता है.

 

उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा था, जब लोगों ने यह स्वीकार कर लिया था कि चाहे किसी पार्टी की सरकार हो, देश के लिये कुछ नहीं किया जायेगा. आज लेकिन देश का हर नागरिक यह गर्व से कहता है कि देश बदल रहा है.

 

प्रधानमंत्री ने देश के निर्यात के 400 अरब डॉलर के आंकड़े के पार पहुंचने का जिक्र करते हुये कहा, "हमारी सरकार ने देशहित को सर्वोपरि रखा है. आज देश में निर्णय लेने की क्षमता है और साथ ही निर्णय को लागू करने का दृढ़ संकल्प भी है. इसी कारण, आज जब हम लक्ष्य निर्धारित करते हैं, तो उसे हासिल भी करते हैं."

 

उन्होंने कहा कि भाजपा का स्थापना दिवस इस साल तीन कारणों से अधिक महत्वपूर्ण है. पहली वजह तो यह है कि इस साल स्वतंत्रता के 75वां साल मनाया जा रहा है. दूसरा कारण तेजी से बदलती वैश्विक व्यवस्था है, जिसके कारण भारत के समक्ष नये अवसर उभरकर सामने आये हैं और तीसरी वजह यह है कि हाल ही में चार राज्यों में भाजपा की सरकार सत्ता में आयी है तथा तीन दशक के बाद राज्य सभा में पार्टी के सदस्यों की संख्या 100 के पार पहुंची है.