BJP government should be given credit for initiating justice process for Zubin: Himanta
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बृहस्पतिवार को कहा कि गायक जुबिन गर्ग के लिए न्याय प्रक्रिया शुरू करने का श्रेय राज्य की भाजपा सरकार को दिया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सिंगापुर में पिछले महीने गायक की हुई मौत की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस ने मामले में संदिग्ध संलिप्तता के लिए अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि लोग उनकी सरकार के प्रयासों की सराहना करेंगे।
शर्मा ने धेमाजी में एक कार्यक्रम से इतर कहा, ‘‘लोग जुबिन गर्ग के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं और हम इसे सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने मामले में कथित रूप से शामिल सभी संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है और इसलिए अगर जुबिन को न्याय दिलाने के प्रयासों का श्रेय किसी को जाता है तो वह भाजपा सरकार है।’’
शर्मा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासन के दौरान पार्टी किसी को भी न्याय दिलाने में विफल रही, जबकि भाजपा सरकार ने तत्काल कदम उठाए हैं और यह प्रक्रिया जारी है।
उन्होंने पूछा, ‘‘किसने उम्मीद की थी कि संदिग्धों को इतनी जल्दी गिरफ्तार कर लिया जाएगा?’’
उन्होंने कहा कि शुरुआत में लोगों ने यह अनुमान लगाया था कि संदिग्ध अंतरिम जमानत ले लेंगे और सिंगापुर से वापस नहीं लौटेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘कई लोगों ने आरोप लगाया कि मैं नाटक कर रहा हूं, लेकिन हमने हर संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया है। तो न्याय सुनिश्चित करने की कोशिश कौन कर रहा है- वह निश्चित रूप से राज्य की भाजपा सरकार है।’’
शर्मा ने दावा किया कि गर्ग की मृत्यु के बाद भाजपा ने उनके लिए जो किया उसका 10 प्रतिशत भी कांग्रेस ने नहीं किया होगा।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘भूपेन हजारिका की मृत्यु के समय कांग्रेस ने उनके अंतिम संस्कार के लिए भूमि तय करने में तीन दिन लगा दिए थे और उनके अंतिम संस्कार के दौरान एक भी केंद्रीय मंत्री मौजूद नहीं था।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने गर्ग के लिए पूरी ताकत झोंक दी और अपनी क्षमता के अनुसार सबकुछ किया तथा देश के बाकी हिस्सों में भी ऐसा कोई उदाहरण नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि लोग सरकार के प्रयासों की सराहना करेंगे और हम भी अपनी जिम्मेदारी निभाते रहेंगे।’’
शर्मा ने बुधवार को कहा कि गर्ग की मौत की जांच में एसआईटी द्वारा आरोप पत्र तीन महीने की निर्धारित अवधि के भीतर प्रस्तुत किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जांच अपेक्षित दिशा में आगे बढ़ रही है और एक के बाद एक गिरफ्तारियां हो रही हैं।