PM2.5 प्रदूषण में दिल्ली सबसे खराब; 447 जिले राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता मानक का उल्लंघन करते हैं: विश्लेषण

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 25-11-2025
Delhi worst in PM2.5 pollution; 447 districts breach national air quality norm: Analysis
Delhi worst in PM2.5 pollution; 447 districts breach national air quality norm: Analysis

 

नई दिल्ली
 
एक नए सैटेलाइट-बेस्ड एनालिसिस के मुताबिक, दिल्ली 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सबसे ज़्यादा प्रदूषित रहा, जहाँ सालाना औसत PM2.5 कंसंट्रेशन 101 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था, जो भारतीय स्टैंडर्ड से 2.5 गुना और WHO की गाइडलाइन से 20 गुना ज़्यादा है।
 
इंडिपेंडेंट रिसर्च ऑर्गनाइज़ेशन सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर की रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्च 2024 से फरवरी 2025 तक की स्टडी पीरियड के दौरान चंडीगढ़ में PM2.5 का दूसरा सबसे ज़्यादा सालाना औसत लेवल 70 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया, इसके बाद हरियाणा 63 और त्रिपुरा 62 पर रहा।
 
असम (60), बिहार (59), पश्चिम बंगाल (57), पंजाब (56), मेघालय (53) और नागालैंड (52) भी नेशनल स्टैंडर्ड से ज़्यादा रहे।
 
कुल मिलाकर, एनालाइज़ किए गए 749 ज़िलों में से 447 (60 प्रतिशत) नेशनल एम्बिएंट एयर क्वालिटी स्टैंडर्ड (NAAQS) से ज़्यादा थे, जो सालाना PM2.5 40 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था।
 
एनालिसिस से पता चला कि सबसे ज़्यादा प्रदूषित ज़िले कुछ ही राज्यों में ज़्यादा हैं।
 
दिल्ली (11 ज़िले) और असम (11 ज़िले) मिलकर टॉप 50 में से लगभग आधे थे, इसके बाद बिहार (7) और हरियाणा (7) का नंबर था। दूसरे योगदान देने वालों में उत्तर प्रदेश (4), त्रिपुरा (3), राजस्थान (2) और पश्चिम बंगाल (2) शामिल हैं।
 
कई राज्यों में, मॉनिटर किए गए सभी ज़िले NAAQS से ज़्यादा थे। इनमें दिल्ली, असम, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, मेघालय, त्रिपुरा और जम्मू-कश्मीर शामिल हैं। कई दूसरे राज्यों में ज़्यादातर ज़िलों ने स्टैंडर्ड तोड़ा, जैसे बिहार (38 में से 37), पश्चिम बंगाल (23 में से 22), गुजरात (33 में से 32), नागालैंड (12 में से 11), राजस्थान (33 में से 30) और झारखंड (24 में से 21)।
 
स्टडी के समय में ज़मीनी निगरानी का डेटा काफ़ी नहीं होने की वजह से लद्दाख, अंडमान और निकोबार आइलैंड्स और लक्षद्वीप को एनालिसिस से बाहर रखा गया।