नई दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता में बुधवार सुबह हल्का सुधार दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, सुबह करीब 8 बजे औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 328 दर्ज हुआ, जो अब भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बना हुआ है।
मंगलवार की तुलना में स्थिति में मामूली राहत दिखी। मंगलवार शाम 4 बजे AQI 354 दर्ज किया गया था। हालांकि, शहर के बड़े हिस्सों में अब भी घना जहरीला स्मॉग छाया रहा और कुल मिलाकर हवा की गुणवत्ता चिंताजनक बनी हुई है।
दिल्ली के आनंद विहार में AQI 341 दर्ज किया गया, जहां घना स्मॉग छाया रहा। इसी तरह आईजीआई एयरपोर्ट, आईटीओ, धौला कुआं, एम्स और गाजीपुर नेशनल हाईवे-24 के आसपास के इलाकों में भी स्मॉग की मोटी परत देखने को मिली।CPCB के अनुसार, बवाना (376), आईटीओ (360), जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम (324) और नरेला (342) जैसे इलाकों में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में बनी रही। वजीरपुर में AQI 359 रिकॉर्ड किया गया।
हालांकि, बुधवार सुबह कुछ क्षेत्रों में अपेक्षाकृत बेहतर स्थिति देखने को मिली। बुराड़ी क्रॉसिंग में AQI 298 दर्ज हुआ, जो ‘खराब’ श्रेणी में है और शहर के कई हिस्सों से बेहतर रहा। इसी तरह आईजीआई एयरपोर्ट टर्मिनल-3 (263), आईआईटी दिल्ली (300) और सीआरआरआई, मथुरा रोड (297) में भी AQI में सुधार दर्ज किया गया, हालांकि ये इलाके अब भी ‘खराब’ श्रेणी में ही रहे।CPCB के मानकों के अनुसार, 0–50 ‘अच्छा’, 51–100 ‘संतोषजनक’, 101–200 ‘मध्यम’, 201–300 ‘खराब’, 301–400 ‘बहुत खराब’ और 401–500 ‘गंभीर’ श्रेणी में आते हैं।
इस बीच, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मंजिंदर सिंह सिरसा ने वायु प्रदूषण पर काबू पाने के लिए सख्त कदमों की घोषणा की है। आधिकारिक बयान के अनुसार, 18 दिसंबर से दिल्ली में बिना वैध प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (PUCC) वाले वाहनों को पेट्रोल पंपों पर ईंधन नहीं दिया जाएगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंत्री ने कहा,“वाहनों से निकलने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सभी पेट्रोल, डीजल और सीएनजी पंप डीलरों को निर्देश दिए गए हैं कि वैध PUCC दिखाने पर ही ईंधन उपलब्ध कराया जाए।”
उन्होंने आगे बताया कि GRAP-III और GRAP-IV लागू होने की स्थिति में दिल्ली के बाहर पंजीकृत और BS-VI से नीचे श्रेणी के वाहनों को राजधानी में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। साथ ही GRAP-IV के दौरान निर्माण सामग्री ले जाने वाले वाहनों के प्रवेश पर भी रोक रहेगी।
मंत्री सिरसा ने कहा कि PUCC और वाहन श्रेणियों की जांच ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन (ANPR) सिस्टम और ज़मीनी स्तर पर की जाने वाली जांच के माध्यम से की जाएगी। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे असुविधा से बचने के लिए वैध PUCC प्रमाणपत्र साथ रखें।
पर्यावरण मंत्री ने दावा किया कि मौजूदा सरकार द्वारा वैज्ञानिक और डेटा-आधारित उपाय लागू किए गए हैं, जिनका असर दिख रहा है।उन्होंने कहा, “11 में से 8 महीनों में पिछले साल की तुलना में बेहतर वायु गुणवत्ता दर्ज की गई है। नवंबर जैसे गंभीर महीने में भी औसत AQI पिछले साल से करीब 20 अंक कम रहा।”
दिल्लीवासियों को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि प्रदूषण को 9–10 महीनों में पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता, लेकिन दिशा और मंशा स्पष्ट है। उन्होंने वाहन मालिकों से नियमों का पालन करने और वैध PUCC बनवाने की अपील करते हुए कहा कि सरकार दिल्ली को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त भविष्य देने के लिए प्रतिबद्ध है।