आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
दिल्ली की वायु गुणवत्ता सोमवार को दिवाली की दोपहर पर और भी खराब हो गई। 38 निगरानी स्टेशनों में से 31 पर प्रदूषण का स्तर ‘बहुत खराब’ और तीन स्टेशनों पर ‘गंभीर’ दर्ज किया गया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के समीर ऐप के अनुसार, दिल्ली में दोपहर के समय समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 334 दर्ज किया गया, जबकि सुबह नौ बजे यह 339 था।
शहर के 31 निगरानी स्टेशनों ने वायु गुणवत्ता को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बताया, जिसमें एक्यूआई का स्तर 300 से ऊपर था, जबकि तीन स्टेशनों आनंद विहार (402), वजीरपुर (423) और अशोक विहार (414) में प्रदूषण ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया।
मंगलवार और बुधवार को वायु गुणवत्ता और अधिक खराब होकर ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने की आशंका है।
शून्य से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।
इससे पहले, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने दिल्ली-एनसीआर में चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्ययोजना (जीआरएपी) के दूसरे चरण के प्रतिबंध लागू कर दिए, क्योंकि शहर की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गई।
उच्चतम न्यायालय ने 15 अक्टूबर को कुछ शर्तों के साथ दिल्ली-एनसीआर में हरित पटाखों की बिक्री और उन्हें फोड़ने की अनुमति दे दी थी। इसके तहत दिवाली से एक दिन पहले और त्योहार के दिन सुबह छह बजे से शाम सात बजे के बीच और फिर रात आठ बजे से 10 बजे तक हरित पटाखे फोड़ने की अनुमति दी गई थी।