नई दिल्ली
राजधानी दिल्ली के देओली इलाके में बुधवार सुबह एक बंद फैक्ट्री में आग लग गई। दमकल विभाग के अधिकारियों ने आशंका जताई है कि आग जानबूझकर लगाई गई हो सकती है या फिर किसी पटाखे के कारण फैली हो, क्योंकि घटनास्थल पर बड़ी मात्रा में लकड़ियां और कचरा फैला हुआ था।
दमकल अधिकारी विनय कुमार ने एएनआई से बातचीत में बताया,"देओली गांव स्थित एक गोदाम में आग लगने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचने पर देखा कि यह लगभग 2,000 वर्ग फुट में फैली एक बंद फैक्ट्री थी, जिसके अंदर लकड़ी और मलबा जल रहा था। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यह एक फर्नीचर बनाने वाली फैक्ट्री थी। अंदर छोटे-छोटे लकड़ी के टुकड़े और अन्य सामग्री मौजूद थी, जिससे पुष्टि होती है कि यह लकड़ी का काम करने वाली यूनिट थी।"
उन्होंने आगे बताया,"हमने कुल तीन फायर टेंडर मौके पर भेजे हैं। खास बात यह है कि अंदर बिजली की सप्लाई मौजूद नहीं है, जिससे लगता है कि आग या तो जानबूझकर लगाई गई है या फिर कोई पटाखा भीतर गिर गया हो। फिलहाल किसी प्रकार की जनहानि या संपत्ति का बड़ा नुकसान नहीं हुआ है।"
हालांकि आग लगने के सटीक कारणों की जांच अभी जारी है।
अन्य आग की घटनाएं
इसी दिन दोपहर को दिल्ली के राष्ट्रपति भवन परिसर स्थित एक बहुमंजिला इमारत में भी आग लगने की एक घटना सामने आई।दमकल विभाग के अनुसार, यह आग गेट नंबर 31 के पास स्थित नर्मदा अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 19 में लगी थी।घटना की जानकारी मिलते ही दमकल की गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंची और दोपहर 2:15 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया।
शनिवार को एक अन्य घटना में संसद सदस्यों के ब्रह्मपुत्र अपार्टमेंट (बीडी मार्ग, नई दिल्ली) स्थित स्टाफ क्वार्टर ब्लॉक में आग लग गई थी।आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के अनुसार, यह आग साइल्ट एरिया में लगी थी, जहां अनुपयोगी और खराब फर्नीचर को नष्ट करने के लिए अस्थायी रूप से रखा गया था।
मंत्रालय ने बताया कि यह आग पूरी तरह दोपहर 1:45 बजे तक बुझा दी गई थी।सीपीडब्ल्यूडी अधिकारियों और दिल्ली दमकल सेवा के समन्वित प्रयासों से हालात पर तुरंत काबू पा लिया गया और किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं है।