आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को छतों पर सौर प्रणालियों की स्थापना के माध्यम से 55 मेगावाट बिजली पैदा करने की एक परियोजना की शुरुआत की। इसके तहत उत्तर पश्चिम दिल्ली के रिठाला में 1000 सरकारी भवनों की छतों पर सौर प्रणाली लगायी जाएगी.
गुप्ता ने रिठाला स्थित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) में स्थापित 25 किलोवाट के सौर संयंत्र का उद्घाटन किया.
मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, "यह कार्य अगले साल जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा और अन्य चिन्हित सरकारी इमारतों की छतों पर सौर प्रणालियां लगाने का कार्य शुरू होगा."
उन्होंने क्षेत्र में एक अग्निशमन केंद्र का भी उद्घाटन किया और बिजली वितरण कंपनी टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) की एक पावर ग्रिड परियोजना की आधारशिला रखी.
गुप्ता ने कहा कि भाजपा सरकार अपशिष्ट से ऊर्जा और बायोगैस संयंत्र स्थापित करके कचरे का वैज्ञानिक निपटान सुनिश्चित करके स्वच्छ, हरित दिल्ली का स्वर्णिम अध्याय लिख रही है.
मुख्यमंत्री ने बताया कि तेहखंड में ई-कचरा प्रसंस्करण संयंत्र पर काम भी शुरू हो गया है, जिसमें मोबाइल फोन, चार्जर, बैटरी आदि जैसे बेकार इलेक्ट्रॉनिक सामान का निपटान किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रतिदिन 11,000-12,000 टन ठोस कचरा उत्पन्न होता है, जबकि केवल 7,000 टन का ही निपटान किया जाता है.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अगर कचरा यूं ही बढ़ता रहा तो शहर में कचरे के पहाड़ कैसे हटेंगे? हमारी सरकार ने कचरे से ऊर्जा बनाने वाले संयंत्रों पर काम शुरू किया और नए संयंत्र स्थापित करते हुए पुराने संयंत्रों को आधुनिक बनाया.