ओडिशा के 4 जिलों में शीतलहर की चेतावनी, जी उदयगिरी 5.4 डिग्री सेल्सियस के साथ राज्य का सबसे ठंडा स्थान

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 17-11-2025
Cold wave warning for 4 Odisha districts, G Udaygiri coldest place in state at 5.4 degree Celsius
Cold wave warning for 4 Odisha districts, G Udaygiri coldest place in state at 5.4 degree Celsius

 

भुवनेश्वर
 
आईएमडी ने सोमवार को भुवनेश्वर समेत चार जिलों के लिए शीत लहर की चेतावनी जारी की, जबकि जी उदयगिरि 5.4 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा।
 
आईएमडी ने अपने मध्याह्न बुलेटिन में झारसुगुड़ा, खुर्दा, सुंदरगढ़ और कंधमाल जिलों के लिए मंगलवार सुबह तक शीत लहर की 'पीली' चेतावनी (सावधान रहें) जारी की।
 
आईएमडी ने कहा कि कटक, भुवनेश्वर और अंगुल में रविवार रात शीत लहर जारी रही। औद्योगिक जिले झारसुगुड़ा में सोमवार सुबह कड़ाके की शीत लहर का अनुभव हुआ, जहाँ तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 6.7 डिग्री सेल्सियस कम था।
 
भुवनेश्वर में रविवार को 25 वर्षों में नवंबर की सबसे ठंडी रात रही, जहाँ पारा 12.9 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जो सामान्य से 6.1 डिग्री सेल्सियस कम है। पड़ोसी कटक शहर में भी तापमान 13.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4.7 डिग्री सेल्सियस कम है। आईएमडी ने बताया कि औद्योगिक शहर अंगुल में तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और सामान्य से 7.3 डिग्री सेल्सियस की बड़ी गिरावट दर्ज की गई।
 
कंधमाल ज़िले का उदयगिरि 5.4 डिग्री सेल्सियस के साथ राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा, इसके बाद कोरापुट का सेमीलीगुडा (6.1) और दारिंगबाड़ी (7) का स्थान रहा।
 
जिन अन्य स्थानों पर तापमान 12 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया, वे हैं झारसुगुड़ा (9.8), राउरकेला (10), बरगढ़ का चिपिलिमा (10.2), कोरापुट (10.8), सुंदरगढ़ का किरेई, क्योंझर और भवानीपटना (11-11), नबरंगपुर (11.5) और सुंदरगढ़ (11.8)।
 
आईएमडी बुलेटिन में कहा गया है कि ओडिशा के जिलों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा गया है और वे सामान्य से लगभग 5 से 7 डिग्री सेल्सियस कम रहे।
 
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अचानक सर्दी पड़ने से ओडिशा के कई हिस्सों में सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। उन्होंने बताया कि उत्तर भारत से लगातार आ रही उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण शीत लहर की स्थिति बनी है।