भोपालः बुद्ध धाम मंदिर की बड़ी पहल, कोरोना में अभिभावक खो चुके बच्चों को ईद के तोहफे

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 19-04-2022
भोपालः बुद्ध धाम मंदिर की बड़ी पहल, कोरोना महामारी में अभिभावकों खो चुके मुस्लिम बच्चों को दिए ईद के तोहफे
भोपालः बुद्ध धाम मंदिर की बड़ी पहल, कोरोना महामारी में अभिभावकों खो चुके मुस्लिम बच्चों को दिए ईद के तोहफे

 

गुलाम कादिर / भोपाल
 
रमजान के पवित्र महीने में सभ्यताओं का शहर भोपाल राष्ट्रीय एकता की दुर्लभ मिसालें देख रहा है. हनुमान जयंती पर मुस्लिम समाज के माध्यम से हनुमान भक्तों को भंडारा खिलाने का मामला तब भी सुर्खियों में था. अब भोपाल बुद्ध धाम मंदिर के अधिकारियों ने अपने अनुकरणीय कदम से लोगों को सोचने पर मजबूर किया है. मंदिर ने उन मुस्लिम बच्चों को नए कपड़े उपलब्ध कराए हैं जिन्हांेने कोरोना महामारी में अपने अभिभावक खो दिए हैं. 

गौरतलब है कि बुद्ध धाम मंदिर के माध्यम से जनता फ्रीज भी चलाया जाता है. जहां से जरूरतमंद लोग जनता फ्रीज से अपने बच्चों के लिए मुफ्त दूध लेते हैं.बुद्ध धाम मंदिर ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी भंते सागर थ्यूरो का कहना है कि आज रमजान के पवित्र महीने में मध्य प्रदेश में बौद्ध समुदाय के दिल से हर मुस्लिम भाई-बहन रोजा और अपने अल्लाह की स्तुति कर रहे हैं.
 
ईद नजदीक आ रही है और आने वाली ईद की पूर्व संध्या पर हमें लगता है कि हर बच्चे को खुशी मनानी चाहिए. यहां इन सभी बच्चों के लिए एक छोटा सा उपहार है. यह उपहार उन बच्चों के लिए है जिन्होंने कोरोना प्रकोप में अपने अभिभावकों को खो दिया है.
 
हम चाहते हैं कि हर बच्चा ईद के अवसर पर ईद मनाए, वे बच्चे खुशियों से वंचित न हों. हमारी एक साझा जिम्मेदारी है. ऐसे बच्चों को खुशी का अवसर प्रदान करने के लिए हमने मासूम बच्चों की ईद के लिए राष्ट्रीय सेवक समिति द्वारा बच्चों को नए कपड़े उपलब्ध कराए हैं जो हाजी इमरान और उनकी टीम के माध्यम से बच्चों तक पहुंचाए जाएंगे.
 
राष्ट्रीय सेवा समिति भोपाल के अध्यक्ष हाजी मोहम्मद इमरान का कहना है कि कोरोना कहर में अपने अभिभावकों को खो चुके मुस्लिम लड़के-लड़कियों की ईद के लिए बुद्ध धाम मंदिर ट्रस्ट की पहल, ईद से ज्यादा खुशी की बात और क्या हो सकती है. हमारी टीम को धन्यवाद. हर साल ईद पर जरूरतमंद बच्चों को कपड़े बांटे जाते हैं, लेकिन पिछले दो साल से कोरोना के चलते अभियान थोड़ा ठंडा था.
 
अब शहर भी पूरी तरह से खुला है और रमजान की खुशियां दोगुनी हो गई हैं. लोग अब ईद की तैयारियों में जुटे हैं. इनकी इबादत के साथ, लेकिन वे बच्चे जिनके अभिभावक अब इस दुनिया में नहीं हैं.
 
हमारी पहल को देखते हुए बुद्ध धाम मंदिर के प्रमुख भंते सागर थियोरोजी ने बच्चों में वितरण के लिए हमारी टीम को नए कपड़े दिए हैं ताकि सभी बच्चे ईद के उत्सव में शामिल हो सकें. हम इसके लिए उनके आभारी हैं.