अलीगढ़. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कई छात्र इस बार ईद मनाने के लिए अपने घर भी नहीं गए और रोगियों को ऑक्सीजन देने और अन्य सहायता पहुंचाकर मानवीयता की मिसाल पेश की है.
ईद खुशियों भरा त्योहार है. खासतौर से बच्चों और युवाओं में ईद का क्रेज तो सबसे ज्यादा होता है. किंतु कोरोना काल में हालात की मांग के मद्देनजर एएमयू के छात्र घर जाने के बजाय ऑक्सीजन पहुंचाने में व्यस्त रहे.
ईद की खुशियां दूसरों की खुशी के लिए कुर्बान करने वाले ये छात्र एएमयू समन्वय समिति से जुड़े हुए हैं.
ये छात्र ऑक्सीजन के जरूरतमंद लोगों का आधुनिक तरीके से समन्वय और समायोजन करते हैं. वे ऑक्सीजन सिलेंडरों को स्वयं भरवाते हैं और जरूरतमंदों को सिलेंडर देते हैं और आपात स्थिति में मरीज के घर भी पहुंचाते हैं.
ये छात्र सिर्फ ऑक्सीजन ही नहीं, बल्कि रोगियों और तीमारदारों की अन्य जरूरतों की भी पूर्ति करने का प्रयास करते हैं.
समिति के सदस्य मिंटू ने बताया कि इस बार हमने मरीजों और तीमारदारों के साथ ही ईद मनाई. अगर यहां के खराब छोड़कर ईद मनाने घर चले जाते, तो शायद वहां भी ईद न मना पाते.
उन्होंने कहा कि रोगियों की सेवा करके उन्हें जिस खुशी का अहसास हो रहा है, उसे बयान नहीं किया जा सकता. वे ऐसा अनुभव जीवन में पहली बार कर हैं.
मिंटू कहते हैं कि सभी छात्रों में जबरदस्त उत्साह है और लोगों की मदद करने का अनथक प्रयास कर रहे हैं.
छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष शहजाद आलम बरनी ने बताया कि एएमयू के छात्र सामाजिक कार्यों में अग्रणी रहते हैं. जब बाबा केदारनाथ में आपदा आई थी, तो एएमयू की एक मेडिकल वहां भेजी गई थी. तब भी मेडिकल टीम के साथ छात्रों ने राहत और बचाव कार्य में सहयोग किया था.