नई दिल्ली. विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने रविवार को कहा कि संगठन के एक प्रतिनिधिमंडल ने यहां हुमायूं मकबरे का ‘निरीक्षण’ किया और इस अभ्यास का उद्देश्य दिल्ली के ‘ऐतिहासिक संदर्भ का अध्ययन’ करना था.
विहिप प्रतिनिधिमंडल ने दूसरे मुगल शासक हुमायूं के मकबरे का दौरा ऐसे समय किया है, जब महाराष्ट्र में औरंगजेब के मकबरे को हटाने की मांग कर रहे कुछ हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया है. उनका आरोप है कि 17वीं सदी के मुगल बादशाह ने हिंदुओं पर अत्याचार किए थे.
एक बयान में दिल्ली विहिप ने कहा कि उसके पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही सफदरजंग मकबरे का ‘निरीक्षण’ करने के लिए भी जाएगा.
यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हुमायूं मकबरे का दौरा करने वाले विहिप प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व संगठन की दिल्ली इकाई के सचिव सुरेंद्र गुप्ता ने किया.
दिल्ली विहिप ने बयान में कहा, ‘‘सुरेंद्र गुप्ता ने स्पष्ट किया कि इस निरीक्षण से कोई विवादास्पद अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए.’’ बयान में कहा गया है कि स्थल का निरीक्षण दिल्ली प्रांत के ‘ऐतिहासिक संदर्भ का अध्ययन’ करने के उद्देश्य से किया गया.
बयान में गुप्ता के हवाले से कहा गया है, ‘‘हम दिल्ली प्रांत के ऐतिहासिक संदर्भ का अध्ययन कर रहे हैं. हमारा उद्देश्य विभिन्न कालखंडों के शासकों को आवंटित भूमि और उनके योगदान का विश्लेषण करना है.’’
गुप्ता ने कहा, ‘‘ऐतिहासिक तथ्यों को सामने लाने के लिए अध्ययन किया जा रहा है.’’ इसमें कहा गया है कि स्थलों का ‘निरीक्षण’ करने के बाद विहिप प्रतिनिधिमंडल केंद्र सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा.