आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी ने मंगलवार को कंपनियों से इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग करने का आग्रह किया, जिससे तेल आयात कम होगा और उत्सर्जन में कमी आएगी.
जोशी ने यहां रेफेक्स मोबिलिटी का संचालन शुरू होने के मौके पर कहा कि इस कदम से देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की क्षमता को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
जोशी ने कहा, ‘‘इलेक्ट्रिक वाहनों और स्मार्ट ऊर्जा-कुशल परिवहन की संभावनाओं को पूरी तरह साकार करने के लिए, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि वे सूर्य से संचालित हों.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं कंपनियों से आग्रह करता हूं कि वे अपने इलेक्ट्रिक वाहनों के बेड़े के लिए सौर-आधारित चार्जिंग को अपनाकर इस दिशा में अग्रणी भूमिका निभाएं। इससे तेल आयात कम होगा, उत्सर्जन में कमी आएगी और उनकी ईएसजी प्रतिबद्धता के अनुरूप हरित, स्वस्थ शहरों का निर्माण होगा.
मंत्री ने कहा कि एक अलग योजना के माध्यम से, सरकार इलेक्ट्रिक वाहन मालिकों और महत्वपूर्ण चार्जिंग बुनियादी ढांचा स्थापित करने वालों, दोनों के लिए परियोजना लागत का 80 प्रतिशत तक प्रदान करके पूरे ईवी परिवेश को सशक्त बना रही है.
जोशी ने कहा, ‘‘हम अगले पड़ाव...स्वच्छ परिचालन वाली हरित हाइड्रोजन के लिए भी आधार तैयार कर रहे हैं.’’
रेफेक्स मोबिलिटी के पास 1,400 से ज्यादा इलेक्ट्रिक कारों का बेड़ा है जो चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और मुंबई में 70 से ज्यादा कंपनियों को सेवाएं प्रदान करती है.