डीडीएलजे के 30 वर्ष: शाहरुख खान और काजोल अभिनीत फिल्म के बेहतरीन गीत

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 20-10-2025
30 Years of DDLJ: Best songs from the Shah Rukh Khan and Kajol starrer
30 Years of DDLJ: Best songs from the Shah Rukh Khan and Kajol starrer

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली 

 
शाहरुख खान और काजोल की सबसे ज्यादा की सराही गई फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' के प्रदर्शित होने के 30 साल पूरे हो गए हैं। इस फिल्म ने हिंदी सिनेमा पर गहरा प्रभाव डाला और इसको लगातार सराहना मिलती रही है। फिल्म ने अपने संवादों, दृश्यों और गीतों के लिए 'कल्ट क्लासिक' का दर्जा हासिल कर लिया है।
 
यह फिल्म शाहरुख खान (राज) और काजोल (सिमरन) के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसमें दोनों ही यूरोप की यात्रा पर मिलते हैं और एक दूसरे से प्यार कर बैठते हैं।
 
'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' फिल्म का निर्देशन आदित्य चोपड़ा ने किया था। उन्होंने इस फिल्म से बतौर निर्देशक अपने करियर की शुरुआत की थी। इसमें दिवंगत अमरीश पुरी, अनुपम खेर, फरीदा जलाल, मंदिरा बेदी और पूजा रूपारेल सहित अन्य कलाकार भी शामिल थे।
 
"तुझे देखा तो" से लेकर "मेहंदी लगा के रखना" तक, फिल्म के बेहतरीन गाने याद आज भी प्लेलिस्ट में जगह बनाए हुए हैं।
 
"तुझे देखा तो": दिवंगत लता मंगेशकर और कुमार सानू द्वारा गाया गया यह रोमांटिक गीत राज और सिमरन की प्रेम कहानी को दर्शाता है।
 
"मेरे ख़्वाबों में": यह गीत लता मंगेशकर द्वारा गाया गया है और यह सिमरन को एक आशावादी युवती के रूप में पेश करता है। गीत में वह एक जीवनसाथी की चाहत रखती है, जबकि राज को भी इसी गीत के दौरान समानांतर दृश्यों में दिखाया जाता है।
 
"मेहंदी लगा के रखना": यह विवाह गीत आज भी भारतीय शादियों में बजाया जाता है। इसे लता मंगेशकर और उदित नारायण ने गाया था। यह गीत सिमरन की शादी से पहले की खट्टी-मीठी खुशियों को दर्शाता है, जहां वह राज के बारे में सोचती है और आखिरकार वह आ जाता है। दोनों साथ में नाचते हैं, जिसमें काजोल ने हरे रंग का लहंगा पहना हुआ है।
 
"रुक जा ओ दिल दीवाने": उदित नारायण द्वारा गाया गया का यह गीत यूरोप यात्रा के दौरान राज और सिमरन के बीच प्रेम होने के शुरुआती दौर को दर्शाता है। दिल छू लेने वाला यह गीत राज और सिमरन के रिश्ते के चुलबुले, लेकिन मासूमियत भरे दौर को दिखाता है।
 
"हो गया है तुझको तो प्यार सजना": लता मंगेशकर और उदित नारायण द्वारा गाया गया यह गीत प्यार के एहसास के बारे में है। यह गीत कहानी में एक महत्वपूर्ण मोड़ लाता है, जब राज और सिमरन दोनों एक-दूसरे के लिए अपनी बढ़ती भावनाओं को महसूस करते हैं।
 
फिल्म का संगीत जतिन-ललित ने दिया है और इसके बोल आनंद बख्शी ने लिखे हैं।