कोलकाता
बहुप्रतीक्षित बंगला ड्रामा फ़िल्म ‘कपाल’ का आधिकारिक ट्रेलर जारी कर दिया गया है, जिसने दर्शकों को आने वाली भावनात्मक कहानी की झलक दिखा दी है। सुवेंदु घोष के निर्देशन और एर्रयान घोष के निर्माण में बनी यह फ़िल्म SGF (Suvendu Ghosh Films) के बैनर तले तैयार हुई है और इसका वितरण पियाली फ़िल्म्स, कोलकाता कर रही है। फ़िल्म 19 सितंबर 2025 को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी।
पोस्टर में मुख्य कलाकार राजा सरकार और सुकन्या दत्ता को एक मार्मिक आलिंगन में दिखाया गया है। उनके चारों ओर उड़ती हुई करंसी नोटों की बौछार और एक प्रतीकात्मक 10 करोड़ रुपये का सिक्का दिखाई देता है। यह दृश्य फ़िल्म की केंद्रीय थीम को रेखांकित करता है — किस तरह अचानक मिली दौलत एक आम आदमी की ज़िंदगी में उथल-पुथल और भावनात्मक भूचाल ला सकती है।
‘कपाल’ की कहानी कनाई माजी नामक एक निम्न-मध्यमवर्गीय टो़टो ड्राइवर के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक दूरस्थ गाँव में अपने परिवार के साथ सादा जीवन जीता है। उसकी दुनिया मेहनत और परिवार तक ही सिमटी रहती है, लेकिन किस्मत अचानक करवट लेती है — उसे लॉटरी में बड़ी रकम मिल जाती है। इसके बाद उसकी ज़िंदगी में भूचाल आ जाता है। अजनबी, नेता, एजेंट और अवसरवादी लोग उसके जीवन में दखल देने लगते हैं। शांति और सादगी से भरा उसका घर असुरक्षा, प्रलोभन और संघर्ष का अखाड़ा बन जाता है।
यह फ़िल्म संघर्ष, ईमानदारी और प्रेम की ऐसी दास्तान पेश करती है, जिसमें भावनाओं की गहराई के साथ-साथ यह भी दिखाया गया है कि अचानक मिली दौलत किस तरह सामान्य लोगों के जीवन को अस्थिर कर देती है।
राजा सरकार, सुकन्या दत्ता और अभिनेत्री कंचना मोइत्रा की दमदार अदाकारी से सजी ‘कपाल’ गाँव की जड़ों और यथार्थ से जुड़ी हुई एक मार्मिक कहानी है। निर्देशन और लेखन सुवेंदु घोष का है, जबकि निर्माण एर्रयान घोष ने किया है। पटकथा और संवाद राशी इक़बाल, सयंतन रॉय और सुवेंदु घोष ने मिलकर लिखे हैं, जिससे कहानी को गहराई और प्रामाणिकता मिलती है।
फ़िल्म की सिनेमैटोग्राफी का जिम्मा अराबंदा नारायण डोलाई ने संभाला है, जबकि राज सिंह सिद्धू ने संपादन किया है। संगीत की धुनें पंडित पिनाकी बोस और बॉब स्न ने दी हैं, जिनके बोल बॉब स्न और स्मारजीत बंद्योपाध्याय ने लिखे हैं। बैकग्राउंड स्कोर भी बॉब स्न का है, जो कथा की भावनात्मक परतों को और सशक्त बनाता है। परिधानों की डिज़ाइन पॉलामी पांजा ने की है।
यथार्थ और संवेदनाओं का बेहतरीन संगम पेश करने वाली ‘कपाल’ दर्शकों को एक अविस्मरणीय सिनेमाई अनुभव देने के लिए तैयार है।