आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
हाल ही में बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किए जाने के बाद जहां प्रशंसा का दौर जारी है, वहीं इस फैसले को लेकर कुछ आलोचनात्मक स्वर भी सुनाई दे रहे हैं। मशहूर अभिनेता लिलिपुट ने शाहरुख के अभिनय कौशल पर सवाल खड़े करते हुए उन्हें कमल हासन से कहीं नीचे बताया है।
लिलिपुट ने खास तौर पर शाहरुख की 2018 में आई फिल्म ‘ज़ीरो’ का ज़िक्र किया, जिसमें उन्होंने एक बौने व्यक्ति का किरदार निभाया था। अभिनेता का कहना है कि इस भूमिका में शाहरुख पूरी तरह से असफल रहे और वह कमल हासन जैसे दिग्गज कलाकार के अभिनय के स्तर को छू भी नहीं पाए।
अपने एक हालिया इंटरव्यू में लिलिपुट ने कहा, “अगर कोई दृष्टिहीन व्यक्ति दृष्टिहीन का किरदार निभाए, तो उसमें एक स्वाभाविकता होती है। लेकिन जब एक सामान्य कद-काठी वाला व्यक्ति बौने का किरदार निभाता है, तो उसमें शारीरिक भाव-भंगिमा, चाल-ढाल और व्यवहार की वास्तविकता बहुत मायने रखती है। शाहरुख खान के मामले में तकनीक का सहारा लिया गया, उन्होंने सिर्फ दिखने के लिए बौना बनने की कोशिश की। लेकिन असल में वह सिर्फ खूबसूरत दिखे, बौना नहीं।”
लिलिपुट ने शाहरुख की तुलना दिग्गज अभिनेता कमल हासन से करते हुए कहा, “शाहरुख ने कोशिश की कमल हासन की तरह अभिनय करने की, लेकिन वो उनके आसपास भी नहीं पहुंच सके। कमल हासन ने बौने व्यक्ति की भूमिका को जिस बारीकी और गहराई से निभाया था, वह अद्वितीय था। शाहरुख उस किरदार की शारीरिकता और व्यवहार को आत्मसात नहीं कर सके।”
लिलिपुट ने तीखी टिप्पणी करते हुए यहां तक कह डाला, “शाहरुख खान, कमल हासन के पैर के नाखून के लायक भी नहीं हैं। जहाँ कमल हासन ने अभिनय के क्षेत्र में सफलता की ऊंचाइयां छुईं, वहीं शाहरुख उस किरदार में कुछ भी खास नहीं कर सके।”
आनंद एल. राय द्वारा निर्देशित फिल्म ‘ज़ीरो’ में शाहरुख खान के साथ अनुष्का शर्मा और कैटरीना कैफ ने अभिनय किया था। करीब 200 करोड़ रुपये के बजट में बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर महज़ 178 करोड़ की कमाई की और इसे व्यावसायिक रूप से असफल माना गया। इस फिल्म के बाद शाहरुख ने फिल्मों से एक लंबा ब्रेक लिया, जो उनके करियर के लिए एक बड़ा मोड़ साबित हुआ।
हाल ही में शाहरुख को राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाज़ा गया, लेकिन यह पुरस्कार उन्हें किस फिल्म के लिए मिला — ‘स्वदेश’ या ‘जवान’ — इस पर बहस जारी है। इसी विवाद के बीच लिलिपुट का यह बयान आग में घी का काम कर गया है, और सोशल मीडिया पर इसे लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।