अर्सला खान /नई दिल्ली
शाहरुख खान ने 300 से अधिक पुरस्कार जीते हैं इनमें राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय और मानद अवॉर्ड शामिल हैं. उन्होंने ख़ुद बताया कि सिनेमा की सेवा के स्मरण स्वरूप, उन्हें अपने पुरस्कार इंग्लिश-स्टाइल की लाइब्रेरी में संग्रहित करने में खुशी मिलती है.
उन्होंने Filmfare Awards में कुल 14 जीतें हासिल की हैं, जिसमें से 8 बार Best Actor खिताब से भी सम्मानित हुए—यह रिकॉर्ड उन्होंने दिलीप कुमार के साथ साझा किया है. National Film Award, Best Actor – 2025 में फ़िल्म Jawan के लिए यह पहला नेशनल अवॉर्ड मिला, जो उनके 35 साल के फिल्मी करियर में पहली
अंतरर्राष्ट्रीय और मानद पुरस्कार
Ordre des Arts et des Lettres, Legion of Honour (फ्रांस) – क्रमशः 2007 और 2014 में मानद सम्मान प्राप्त हुआ
UNESCO’s Pyramide con Marni Award – 2011 में दस्तक
Global Diversity Award – ब्रिटेन की संसद द्वारा 2014 में सम्मानित किए गए
Crystal Award – 2018 में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम द्वारा मानवाधिकारों के लिए इनके प्रयासों पर सम्मानित किया गया
Career Achievement Award – Locarno Film Festival (2024) द्वारा प्रदान किया गया
इसके अलावा उन्हें पांच honorary doctorate** डिग्रियां भी मिलीं (Bedfordshire, Edinburgh, Maulana Azad NU, La Trobe University,
पुरस्कार श्रेणी प्रदर्शन और विवरण
कुल पुरस्कार 300+ अवॉर्ड्स (राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय, मानद)
Filmfare Awards 14 जीतें, जिनमें 8 Best Actor का खिताब
National Film Award पहली बार 2025 में Jawan के लिए
Padma Shri भारत सरकार द्वारा 2005 में सम्मानित
फ्रांस द्वारा सम्मान Ordre des Arts et des Lettres (2007), Legion of Honour (2014)
UNESCO, Global Awards Pyramide con Marni (2011), Global Diversity Award, Crystal Award (2018)
Honorary Doctorates पाँच विश्वविद्यालयों से मानद डॉक्टरेट
शाहरुख खान की फिल्मों ने दुनियाभर में करोड़ों दिलों को छुआ, लेकिन इन बड़े पुरस्कारों ने उन्हें प्रतिभा का प्रतीक, साहस और विविधता का आदर्श बनाया है. 300+ अवॉर्ड्स यह दर्शाते हैं कि उन्होंने हर स्तर पर निरंतर उत्कृष्टता दिखाई है. Filmfare की 14 जीतें, विशेषकर आठ Best Actor अवॉर्ड्स, भारतीय सिनेमा में अभिनय की सर्वोच्च पहचान की पुष्टि करती हैं.
पहला National Film Award (2025–Jawan) उनके लिए लंबा प्रतीक्षित सम्मान था, जिसे जब मिला तो यह स्पष्ट हो गया कि उनकी कला पत्तर-परखा गई है. अंतर्राष्ट्रीय सम्मान (जैसे Legion of Honour, UN awards आदि) वैश्विक प्रशंसा का प्रमाण हैं.
शाहरुख खान केवल एक अभिनेता नहीं, बल्कि भारतीय कला‑संस्कृति का जीवंत प्रतीक हैं, जिनकी प्रतिभा और मान्यता दोनों समय के पन्नों पर गौरवपूर्ण तरीके से लिखी गई है. आगे भी उनकी परख-परख है क्योंकि जब तक भारत में सिनेमा का सूरज चमकता रहेगा, 'किंग खान' का नाम भी चमकेगा!