आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
लोकप्रिय पंजाबी सितारे दिलजीत दोसांझ, सोनू सूद, एमी विर्क और अन्य कलाकार भीषण बाढ़ से प्रभावित पंजाब में लोगों की मदद के लिए आगे आए हैं.
राज्य कई दशकों में भयंकर बाढ़ों में से एक की चपेट में है.
राहत कार्यों से जुड़ने वाले अन्य प्रमुख नामों में अभिनेता गिप्पी ग्रेवाल, गायक करण औजला, रंजीत बावा, इंद्रजीत निक्कू और सुनंदा शर्मा शामिल हैं। गायक सतिंदर सरताज और जसबीर जस्सी पहले से ही बाढ़ प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री पहुंचाने में जुटे हैं.
पंजाब भीषण बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है। हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण सतलुज, ब्यास और रावी नदियों तथा मौसमी नहरें उफान पर हैं फलस्वरूप पंजाब में लोग बाढ़ की विभीषिका झेल रहे हैं.
पंजाब के कई इलाकों में भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति अब और बिगड़ गई है. अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि बाढ़ से अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है और 2.56 लाख से ज़्यादा लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है.
एक आधिकारिक बुलेटिन में कहा गया है कि राज्य के 23 में से 12 जिले एक अगस्त से बाढ़ की चपेट में हैं, जिसे राज्य सरकार ने दशकों की सबसे भीषण बाढ़ आपदाओं में से एक बताया है.
अभिनेता संजय दत्त ने पंजाब में आई बाढ़ को ‘वास्तव में हृदय विदारक’ बताया है तथा सहायता का वादा किया है.
उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘‘... मुझसे जितना हो सकेगा, मैं सहयोग करूंगा। बाबाजी आशीर्वाद बनायें और पंजाब में सभी की रक्षा करें.
सूद ने कहा कि वह पंजाब के साथ खड़े हैं और जो भी इस बाढ़ से प्रभावित है, वह अकेले नहीं है.
उन्होंने फेसबुक पर लिखा, ‘‘ अगर आपको किसी भी तरह की मदद चाहिए, तो बेझिझक हमें संदेश भेजें? हम आपकी हर संभव मदद करने की पूरी कोशिश करेंगे. पंजाब मेरी आत्मा है। चाहे इसके लिए मुझे अपना सब कुछ देना पड़े, मैं पीछे नहीं हटूंगा. हम पंजाबी हैं और हम हार नहीं मानते।’’
उन्होंने कहा कि 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में मोगा सीट से चुनाव लड़ चुकीं उनकी बहन मालविका सूद पहले से ही राहत सामग्री उपलब्ध करा रही हैं.
दोसांझ ने गैर सरकारी संगठनों और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से गुरदासपुर और अमृतसर के 10 बाढ़ प्रभावित गांवों को गोद लिया है।
दोसांझ की टीम ने इंस्टाग्राम पर बताया कि वह तत्काल राहत पहुंचाने का काम कर रही है. उसने कहा कि पानी कम होने के बाद, वह चरणबद्ध तरीके से प्रभावित परिवारों के पुनर्वास और दीर्घकालिक पुनर्निर्माण उपायों पर ध्यान केंद्रित करेगी.