नई दिल्ली।
प्रसिद्ध स्टैंड-अप कॉमेडियन और बिग बॉस सीज़न 17 के विजेता मुनव्वर फ़ारूक़ी ने हाल ही में एक साक्षात्कार में अपनी निजी ज़िंदगी से जुड़ी एक गहरी और भावनात्मक सच्चाई साझा की है। उन्होंने बताया कि जब वे केवल 13 साल के थे, तब उनकी माँ ने 22 वर्षों तक शादी में लगातार अत्याचार सहने के बाद ज़हर खाकर आत्महत्या कर ली थी।
33 वर्षीय मुनव्वर ने इस इंटरव्यू में अपने बचपन, पारिवारिक हालात और अपनी माँ की मौत के दर्दनाक अनुभव पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि उनकी माँ एक शांत और सहनशील महिला थीं, जिन्होंने अपने वैवाहिक जीवन में लगातार मानसिक और भावनात्मक उत्पीड़न झेला, और अंततः हार मानकर अपनी जान दे दी।
मुनव्वर ने बताया कि उनके पिता ने माँ के साथ जीवनभर अन्याय किया। माँ की आत्महत्या के करीब दो साल बाद उनके पिता लकवे का शिकार हो गए और फिर 11 साल तक बिस्तर पर पड़े रहे। मुनव्वर ने स्वीकार किया कि ज़िंदगी के शुरुआती दिनों में वे अपने पिता से बेहद नाराज़ थे और उन्हें अपने जीवन का 'खलनायक' मानते थे।
"जब भी उन्हें देखता था, ग़ुस्सा आता था," मुनव्वर ने कहा। "मैं सोचता था कि मेरे जीवन में इतनी तकलीफ़ उन्हीं की वजह से आई है, लेकिन फिर मैंने उन्हें माफ़ करना सीख लिया।" उन्होंने बताया कि कैसे समय ने उन्हें माफ़ी की ताक़त दी और उन्होंने समझा कि उनके पिता भी अंततः एक इंसान थे, जिन्होंने अपने कर्मों का अंजाम भुगता और अकेलेपन का दर्द झेला।
"वे मेरे पिता थे, और उनके सिवा उनका कोई नहीं था," मुनव्वर ने कहा। "मैं कैसे उनसे नफ़रत करता? उन्होंने ग़लतियाँ कीं, लेकिन उन्हें उसकी सज़ा भी मिली।"
इस दर्दनाक अनुभव ने मुनव्वर को भीतर से तोड़ने के बजाय और ज़्यादा मज़बूत और क्षमाशील इंसान बना दिया। वे कहते हैं कि उन्हीं हालातों ने उन्हें वह इंसान बनाया जो आज वे हैं — एक ऐसा इंसान जो दूसरों की ग़लतियों को माफ़ करना जानता है, और जो अपने ज़ख्मों को ताक़त में बदल चुका है।
मुनव्वर फ़ारूक़ी ने पिछले साल मेकअप आर्टिस्ट मेहजबीन कोटवाला से शादी की थी और तब से वे अपने निजी जीवन को लेकर लगातार चर्चा में रहे हैं। लेकिन इस इंटरव्यू में उन्होंने अपने जीवन की एक ऐसी परत दिखाई, जिसे अब तक शायद ही कोई जानता था।