Manoj Kumar Sharma's 'Me No Pause Me Play' created new history.
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
हिंदी सिनेमा में एक अनोखी और साहसिक पहल करते हुए लेखक-निर्माता मनोज कुमार शर्मा की किताब Me No Pause Me Play अब पर्दे पर एक प्रभावशाली फिल्म के रूप में सामने आने जा रही है। रजोनिवृत्ति (Menopause) जैसे संवेदनशील विषय पर बने इस प्रोजेक्ट ने न सिर्फ एक सांस्कृतिक चुप्पी तोड़ी है, बल्कि समाज में नई सोच और संवाद की शुरुआत भी कर दी है।
इस फिल्म का निर्देशन किया है अनुभवी कहानीकार समर के. मुखर्जी ने, जबकि मुख्य भूमिका में मनोज कुमार शर्मा स्वयं नज़र आएंगे। उनके साथ टीवी और फिल्म जगत की प्रतिभाशाली कलाकार काम्या पंजाबी और दीपशिखा नागपाल भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं। तीनों कलाकार मिलकर उन अनकही भावनाओं और संघर्षों को उभारते हैं, जो लाखों महिलाओं के जीवन में रजोनिवृत्ति के दौरान सामने आते हैं, लेकिन जिन पर समाज अक्सर मौन रहता है।
फिल्म के शीर्षक गीत को अपनी सशक्त आवाज़ दी है दिग्गज गायिका उषा उथुप ने। इस गीत को स्क्रीन पर जीवंत बनाया है सुप्रसिद्ध नृत्यांगना सुधा चंद्रन ने, जिनका भव्य डांस सीक्वेंस देश-विदेश के कलाकारों की टोली के साथ फिल्माया गया है। यह दृश्य संगीत, ऊर्जा और स्त्रीत्व का वैश्विक उत्सव बनकर उभरता है।
अमन वर्मा, करन सिंह छाबड़ा, आहरम अब्बासी और एमी मिसोब्बाह जैसे कलाकार भी अहम भूमिकाओं में दिखेंगे, जो कहानी को गहराई और प्रभाव प्रदान करते हैं। स्क्रीनप्ले और संवाद मनोज कुमार शर्मा और शकील कुरैशी ने मिलकर लिखे हैं, जबकि समर के. मुखर्जी का निर्देशन पूरी फिल्म को एक संवेदनशील और प्रभावशाली रूप देता है।
Me No Pause Me Play मनोरंजन से आगे बढ़कर एक सामाजिक हस्तक्षेप का रूप लेती है। यह फिल्म रजोनिवृत्ति को लेकर फैली झिझक और चुप्पी को तोड़ती है, महिलाओं की भावनाओं को मान्यता देती है और समाज को शिक्षित करने का प्रयास करती है। यह पुरुषों, युवाओं और यहां तक कि स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े लोगों को भी इस प्राकृतिक प्रक्रिया को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेगी।