नई दिल्ली
अगर किसी को ये सीखना है कि धमाकेदार वापसी कैसे की जाती है, तो उन्हें मशहूर डिज़ाइनर मनीष मल्होत्रा से ज़रूर सबक लेना चाहिए।शनिवार की रात, मनीष मल्होत्रा ने इंडिया कुट्योर वीक (ICW) में लगभग पाँच साल बाद धमाकेदार वापसी की।
नई दिल्ली के ताज पैलेस होटल में हुए इस भव्य आयोजन में फैशनप्रेमियों को उनके तीन दशकों के करियर के कुछ ऐतिहासिक परिधानों को देखने का मौका मिला — और कहना गलत नहीं होगा कि यह एक यादगार अनुभव रहा।
शो की खास बात यह रही कि इसमें मनीष ने बॉलीवुड के कुछ सबसे आइकोनिक लुक्स को फिर से जीवंत कर दिया। जिन परिधानों ने लोगों का दिल जीत लिया, उनमें शामिल थे:
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काजोल का हरा लहंगा जो उन्होंने 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' (1995) के मशहूर गाने 'मेहंदी लगा के रखना' में पहना था।
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करीना कपूर खान का पीच शरारा, जिसे उन्होंने 'बोले चूड़ियां' (कभी खुशी कभी ग़म, 2001) में पहना था।
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ऐश्वर्या राय बच्चन की बनारसी साड़ी, जो उन्होंने कान्स फिल्म फेस्टिवल 2025 में पहनी थी।
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प्रियंका चोपड़ा की 'देसी गर्ल' वाली साड़ी (दोस्ताना फिल्म) भी फैशन शो का हिस्सा रही।
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इसके अलावा, रेखा द्वारा वोग फोटोशूट के लिए पहना गया विशेष परिधान भी प्रदर्शित किया गया, जिसने शो को और भी प्रतिष्ठित बना दिया।
दिल्लीवालों के लिए यह एक नॉस्टैल्जिक जादू जैसा था। कई लोगों ने इन मशहूर पोशाकों के साथ तस्वीरें खिंचवाईं — और क्यों न करें, आखिर ये परिधान सिर्फ फैशन नहीं, बल्कि सिनेमा और संस्कृति का हिस्सा हैं।
मनीष का यह शो एक पारंपरिक रैम्प वॉक से कहीं ज्यादा था — यह एक कुट्योर पार्टी जैसा अनुभव था। जहां फैशन, संगीत और भोजन के साथ लोगों ने मनीष की टाइमलेस क्रिएटिविटी का लुत्फ उठाया।
हालाँकि शो का फॉर्मेट कुछ अलग था, लेकिन मनीष ने क्लासिक रनवे एलिमेंट को भी नहीं छोड़ा। रैम्प पर मॉडल्स ने उनके शानदार डिज़ाइनों को पहन कर वॉक किया, और फैशन के इस उत्सव में जान फूंक दी।
शो की शान बनीं ब्राज़ीलियन सुपरमॉडल एलेसांद्रा एम्ब्रोसियो, जो मनीष की शाही पोशाक में रैम्प पर उतरीं और सभी की निगाहें उन्हीं पर टिक गईं।
और जैसे यह सब कम था, जोनिता गांधी की लाइव सिंगिंग ने शो में चार चांद लगा दिए। उनकी सुरमयी आवाज़ ने मनीष मल्होत्रा की भव्य वापसी को और भी यादगार बना दिया।
यह शो Hyundai India Couture Week 2025 के चौथे दिन आयोजित किया गया, जिसे FDCI और Reliance Brands के सहयोग से प्रस्तुत किया गया था।
मनीष मल्होत्रा ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि फैशन केवल परिधान नहीं, बल्कि एक भावना, एक कला और एक संस्कृति है — और इस कला में वे अभी भी बेजोड़ हैं।