मुंबई. वर्तमान में टीवी शो 'जनम जन्म का साथ' में नजर आ रहीं रख़्शंदा खान ने उद्योग में प्रतिस्पर्धा के बारे में खुलकर बात की और बताया कि किस तरह कई बार बजट की वजह से उनके हाथ से कई मौके निकल गए. वह कहती हैं, "प्रतियोगिता तब तक महान है जब तक यह स्वस्थ है. हां, कभी-कभी मैंने महसूस किया है कि मैं प्रतिभा के आधार पर नहीं बल्कि बजट के आधार पर भी लोगों की भूमिकाओं से चूक गई हूं. लेकिन मैंने यह भी महसूस किया है कि मेरे लिए जो मायने रखता था वह हमेशा मेरे पास रहा है जीवन के हर क्षेत्र में. इसलिए, मैं जीवन में जो कुछ भी दिखा सकती हूं वह आभार है प्रतिस्पर्धा के लिए भी".
अपने मौजूदा शो के बारे में बात करते हुए रख़्शंदा का कहना है कि उन्हें अपने किरदार से प्यार है. "शीर्षक 'जन्म जन्म का साथ' एक पल में कहानी को दर्शाता है. यह लगभग एक सदी में फैली प्रेम कहानी है. एक प्यार जो एक जन्म में पूरा नहीं हो सका, प्रेमियों को अपनी प्रेम कहानी को पूरा करने के लिए पुनर्जन्म लेना पड़ा." "मैं डॉ. करुणा तोमर नाम का किरदार निभा रही हूं, वह हीरो हैं. उस तरह की मां जिसकी पूरी दुनिया उसके बेटे के इर्द-गिर्द घूमती है. वह उसके लिए कुछ भी कर सकती है. और यही बात बेटे के लिए भी है."