आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
हिंदी सिनेमा का एक ऐसा नाम, जिसने पहली बार बड़े पर्दे पर बिकिनी पहनकर खूब सुर्खियां बटोरी थीं. वह नाम और कोई नहीं बल्कि शर्मिला टैगोर का है.
70 के दशक की मशहूर और दिग्गज अदाकाराओं में से एक शर्मिला टैगोर अपनी फिल्मों के साथ-साथ अपने स्टाइल और लुक्स को लेकर भी वह सुर्खियों में रहती थीं. जिस जमाने में अभिनेत्रियां सलवार सूट और साड़ी से अपना बदन ढंके घूमती थीं, उस जमाने में शर्मिला ने बिकिनी पहनकर फोटोशूट कराया था.
उस वक्त इस फोटोशूट पर विवाद खड़ा हो गया था. यही शर्मिला टैगोर आज यानी 8 दिसंबर को अपना 78वां जन्मदिन मना रही हैं. इस खास मौके पर हम आपको शर्मिला टैगोर के बारे में आपको कुछ दिलचस्प बातें बताने जा रहे हैं.
कश्मीर की कली, अमर प्रेम, आराधना जैसी सदाबहार फिल्मों के लिए जानी जाने वाली हिंदी सिनेमा दी दिग्गज अभिनेत्री शर्मिला टैगोर आज अपना 78वां जन्मदिन मना रही हैं.
आंध्रप्रदेश के हिंदू बंगाली परिवार में जन्मी अभिनेत्री ने बहुत सी बेहतरीन फिल्में दी हैं. शर्मिला ने भारतीय क्रिकेटर और पटौदी खानदान के नवाब मंसूर अली खान से शादी की थी. शर्मिला ने धर्मेंद्र के साथ कई हिट फिल्में दी हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नवाब पटौदी की मृत्यु के बाद शर्मिला टैगोर उनकी 2700 करोड़ की संपत्ति की मालकिन हैं. इस संपत्ति में ज्यादातर हवेली और कोठियां हैं, जिनकी कीमत करोड़ों में बताई जाती है.
अभिनेत्री की संपत्ति की देखभाल उनकी बेटी सबा अली खान करती हैं. देश भर में पटौदी रियासत के तमाम महल और जमीन जायदाद हैं. उनके पास कई सारी हवेलियां और कोठियां भी शामिल हैं.
शर्मिला टैगोर और मंसूर अली खान पटौदी की लव स्टोरी की बात करें तो दोनों की प्रेम कहानी काफी फिल्मी थी. दोनों के परिवार वाले उनकी शादी के लिए तैयार नहीं थे.
क्योंकि उनको लगता था कि शर्मिला खुले विचारों वाली हैं और मॉर्डन हैं, जबकि पटौदी नवाबी खानदान से थे. आखिरकार दोनों अपने घरवालों को मनाने में सफल रहे और साल 1968 में दोनों ने शादी कर ली. शादी के बाद शर्मिला का नाम बेगम आएशा सुल्तान रखा गया.
शादी के बाद भी अभिनेत्री ने कई सुपरहिट फिल्में दीं. ‘कश्मीर की कली’, ‘वक्त’, ‘अनुपमा’, ‘देवर’, ‘सावन की घटा’, ‘नायक’, ‘आमने सामने’, ‘आराधना’, ‘आविष्कार’, ‘अमर प्रेम’, ‘सफर’, ‘छोटी बहू’, ‘दाग’, ‘सुहाना सफर’, ‘तलाश’, ‘शानदार’, ‘शैतान’, ‘मौसम’, ‘अनाड़ी’, ‘फरार’, ‘चुपके चुपके’, ‘त्याग’, ‘अमानुष’, ‘गृह प्रवेश’, ‘नमकीन’, ‘मेरे हमदम मेरे दोस्त’, ‘सत्यकाम’, ‘यकीन’, ‘डाक घर’, ‘प्यासी शाम’ ये कुछ उनकी सुपरहिट फिल्में हैं.