आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली
बॉलीवुड के सुपरहिट गानों में शुमार ‘कजरा रे’ आज भी दर्शकों के दिलों में ज़िंदा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जब इस गाने की शूटिंग की योजना बन रही थी, तब अमिताभ बच्चन इसके पक्ष में नहीं थे?
दरअसल, 2005 में रिलीज़ हुई फिल्म बंटी और बबली का यह गाना रानी मुखर्जी, अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय पर फिल्माया गया था. हालांकि उस समय तक ऐश्वर्या, बच्चन परिवार की बहू नहीं बनी थीं.
'कजरा रे' की कोरियोग्राफी और संगीत आज भी लोगों को थिरकने पर मजबूर कर देता है, लेकिन यह गाना बनने से पहले कई संदेहों से घिरा हुआ था. खुद अमिताभ बच्चन ने भी शुरुआत में इस गाने को लेकर आपत्ति जताई थी. उन्हें लगता था कि यह गाना नहीं चलेगा, इसलिए उन्होंने निर्माताओं से इसे फिल्माने से मना कर दिया था.
फिल्म के निर्देशक शाद अली ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में खुलासा किया कि जब उन्होंने पहली बार इस गाने का केवल आठ सेकंड का रिफ़ सुना, तो उन्हें यकीन हो गया कि यह जबरदस्त हिट साबित होगा. लेकिन यशराज फिल्म्स को इस पर भरोसा नहीं था, इसलिए उन्होंने इसे फिल्म का अंतिम गीत रखा.
शाद अली बताते हैं, “जब मैंने अमिताभ जी को यह गाना सुनाया, तो उन्होंने साफ कहा कि इससे कोई असर नहीं होगा. उन्होंने इसे लेकर अपनी रचनात्मक चिंता ज़ाहिर की और कहा कि यह गाना हिट नहीं हो पाएगा.” शाद के अनुसार, उन्होंने चाहते हुए भी अमिताभ से यह गाना गवाया नहीं क्योंकि अमिताभ इसे खुद नहीं गाना चाहते थे और चाहते थे कि इसे शंकर महादेवन गाएं.
हालांकि जब गाना रिलीज़ हुआ, तो उसकी लोकप्रियता ने सबको चौंका दिया. एक प्रमुख टीवी चैनल ने इसे 'दशक का सर्वश्रेष्ठ गीत' तक करार दिया. इसके बाद अमिताभ बच्चन ने शाद अली को एक संदेश भेजा और अपनी पहली प्रतिक्रिया पर अफसोस ज़ाहिर किया. उन्होंने लिखा, “मुझे खेद है कि मैंने इस गीत के बारे में अपनी शंकाएं व्यक्त कीं.”
आज ‘कजरा रे’ को याद किया जाता है सिर्फ एक आइटम नंबर के तौर पर नहीं, बल्कि एक ऐसा गाना जिसने फिल्म और संगीत दोनों के इतिहास में अपनी अमिट छाप छोड़ी.