MSO की कॉन्फ्रेंस में बोले जामिया हमदर्द के वीसी-भारत निर्माण में AMU का महत्वपूर्ण योगदान

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 06-11-2024
Jamia Hamdard's VC said in MSO's conference- AMU has an important contribution in building India
Jamia Hamdard's VC said in MSO's conference- AMU has an important contribution in building India

 

आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली

भारतीय मुस्लिम छात्रों के सबसे बड़े संगठन मुस्लिम स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन (MSO) द्वारा राजधानी नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में “राष्ट्र निर्माण में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की भूमिका” पर एक कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. में मुख्य अतिथि के तौर पर जामिया हमदर्द विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रोफेसर मोहम्मद अफशार आलम और विशिष्ट अतिथि के तौर पर रिटायर्ड आईपीएस और मॉरीशस के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एनएसए शांतनु मुखर्जी शामिल हुए.

 वहीं स्पीकर के तौर पर प्रोफेसर मोहिबुल हक़, राजनीतिशास्त्र विभाग-एएमयू और रोजनामा राष्ट्रीय सहारा (ऊर्दू) के ग्रुप एडिटर अब्दुल माजिद निजामी शामिल हुए. कॉन्फ्रेंस में वक्ताओं ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी द्वारा राष्ट्र निर्माण में अदा की गई भूमिका पर अपने विचार रखे.


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कॉन्फ्रेंस में प्रोफेसर मोहम्मद अफशार आलम (वाइस चांसलर हमदर्द विश्वविद्यालय) ने कहा कि एएमयू ने देश को कई नामचीन हस्तियां दी हैं, जिन्होंने देश और दुनिया में भारत का नाम रौशन किया है. उन्होंने कहा कि शिक्षा, विज्ञान, राजनीति, समाजसेवा और खेल के विकास में एएमयू का महत्वपूर्ण योगदान है.

 कॉन्फ्रेंस में शांतनु मुखर्जी ने कहा कि एएमयू का साहित्य में बड़ा योगदान है. यहां से निकलकर कई छात्रों ने फिल्म की दुनिया में बड़ा नाम किया है, जिसमें सईद जाफरी, जावेद अख्तर और नसीरुद्दीन शाह जैसे प्रमुख नाम हैं. वहीं खेल में मेजर ध्यानचंद और लाला अमरनाथ जैसे नाम सामने आते हैं. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एएमयू ने हमेशा आपसी सौहार्द को बढ़ावा दिया है और अपना सेक्यूलर किरदार अदा किया है.

 
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कॉन्फ्रेंस प्रोफेसर मोहिबुल हक़ ने आत्मावलोकन की बात कही. उन्होंने कहा कि एएमयू को अपने पुराने इतिहास की तरफ देखना होगा. वैसे ही लोग पैदा करने होंगे, जो आगे जाकर देश और समाज की सेवा में अपने योगदान दे.

वहीं माजिद निजामी ने कहा कि सर सैयद के मिशन और उनके विजन को दुनिया तक फैलाने की पहली जिम्मेदारी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वर्तनाम और पूर्व छात्रों की है। उन्होंने जेंडर जस्टिस पर भी अपनी बात रखी.

कान्फ्रेंस में एमएसओ के चेयरमैन डॉ. शुजात अली कादरी ने संगठन के इतिहास और उसके समाजसेवा के कार्यों पर प्रकाश डाला. कान्फ्रेंस का संचालन का खुसरो फाउंडेशन के संयोजक डॉ. हफीजुर्ररहमान ने किया. वहीं धन्यवाद ज्ञापन एमएसओ के राष्ट्रीय कैंपस सचिव मोहम्मद युसुफ ने किया.