आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
चंद्रयान-3 के साथ चंद्रमा पर भारत की सफल यात्रा का जश्न मनाने और अपने छात्रों के बीच वैज्ञानिक जिज्ञासा और राष्ट्रीय गौरव की भावना विकसित करने के लिए, शैक्षिक अध्ययन विभाग, जामिया मिलिया इस्लामिया ने एक दिवसीय अंतर-विभागीय कोलाज प्रतियोगिता का आयोजन किया, जिसमें दस विभागों के विद्यार्थी शामिल थे, प्रत्येक टीम में दो छात्र शामिल हुए.
प्रतियोगिता के लिए पंजीकरण पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर किया गया, जिससे उत्साही टीमों ने "भारत की चंद्रमा यात्रा" (भारत की चंद्र यात्रा) थीम पर कोलाज बनाते हुए अपनी कलात्मक और रचनात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन किया.
रिज़ल्टिंग कोलाज को प्रदर्शन के रूप में प्रदर्शित किया गया, जिससे आयोजन स्थल पर बड़ी संख्या में और इच्छुक दर्शक आकर्षित हुए. जजों के पैनल में व्यावहारिक विज्ञान और मानविकी (पॉलिटेक्निक विश्वविद्यालय) के डॉ. मोहम्मद खुर्शीद अकरम, अध्यक्ष और ललित कला में व्याख्याता (स्कूल), जामिया मिलिया इस्लामिया के सैयद आरिफ अली, शामिल थे जिन्होंने कोलाज का मूल्यांकन किया.
विजेताओं की घोषणा करने से पहले, विभाग के अध्यक्ष और कार्यक्रम के संयोजक प्रोफेसर अरशद इकराम अहमद ने एक प्रेरक भाषण दिया, जिसमें उन्होंने सभी भाग लेने वाली टीमों के अभिनव प्रयासों की सराहना की.
राष्ट्रीय गौरव की भावना पैदा की. कार्यक्रम का संचालन विभाग के दो गतिशील संकाय सदस्यों डॉ. अली हैदर और डॉ. समीर बाबू एम. द्वारा किया गया.
प्रो. अनीता रस्तोगी, प्रो. हरजीत कौर भाटिया, और प्रो. कौशल किशोर, डॉ. सरिता कुमारी, डॉ. ज़ेबा तबस्सुम, और अन्य सभी संकाय सदस्यों ने अपनी उपस्थिति और प्रोत्साहन से इस अवसर की शोभा बढ़ाई.
शीर्ष तीन टीमों को पुरस्कार मिला, पहला पुरस्कार शिक्षक प्रशिक्षण और गैर-औपचारिक शिक्षा विभाग (आईएएसई) से सुश्री फरहीन अंसारी और सुश्री नोरीन फैज़ की टीम को दिया गया, दूसरा पुरस्कार गणित विभाग से श्री अस्मत खान और अलवीना यूसुफ और तीसरा पुरस्कार इतिहास और संस्कृति विभाग से सुश्री सानिया गौरी और सुश्री अफीफा खातून की टीम ने अर्जित किया.
भाग लेने वाली सभी टीमों को उनके योगदान के लिए प्रमाण पत्र भी प्राप्त हुए. यह यादगार कार्यक्रम डॉ. समीर बाबू एम द्वारा दिए गए धन्यवाद ज्ञापन के साथ संपन्न हुआ.