अलीगढ़
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) ने फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के अंतर्गत सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड ग्रीन एंड रिन्यूएबल एनर्जी (CGRE) में ग्रीन एनर्जी प्रयोगशाला का उद्घाटन किया। यह पहल नवीकरणीय और सतत ऊर्जा प्रणालियों में स्नातकोत्तर शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
प्रयोगशाला का उद्घाटन प्रो. नेसर अहमद (डीन, फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी), प्रो. मोहम्मद मुज़म्मिल (प्रिंसिपल, ज़ेडएचसीईटी) और प्रो. यूसुफ़ उज्ज़मान ख़ान (चेयरपर्सन, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग) के संरक्षण में CGRE परिसर में किया गया। कार्यक्रम में प्रो. अबू तारिक (चीफ टैबुलेटर), प्रो. सरोश उमर (कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग) सहित कई वरिष्ठ शिक्षक उपस्थित रहे। आयोजन का समन्वयन डॉ. सफ़िया अख्तर काज़मी, समन्वयक, CGRE ने किया।
रिबन कटिंग के बाद CGRE के एम.टेक. छात्रों ने सामान्य और आंशिक छायांकन (Partial Shading) की परिस्थितियों में फोटोवोल्टाइक (PV) पैनलों के प्रदर्शन का लाइव प्रदर्शन किया। इस दौरान PV और IV कैरेक्टरिस्टिक्स में होने वाले बदलावों को समझाया गया, जिससे वास्तविक परिस्थितियों में सौर ऊर्जा की चुनौतियों पर व्यावहारिक दृष्टि मिली।
वरिष्ठ शिक्षकों ने छात्रों से संवाद करते हुए अनुभवात्मक शिक्षण, उन्नत शोध और नवाचार के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हरित ऊर्जा जैसे तेजी से विकसित होते क्षेत्र में प्रयोगशाला आधारित सीख छात्रों को उद्योग और शोध के लिए बेहतर तैयार करती है।
नई ग्रीन एनर्जी प्रयोगशाला से ज़ेडएचसीईटी, एएमयू के एम.टेक. छात्रों को हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग, शोध-अनुभव और अकादमिक उत्कृष्टता के अवसर मिलेंगे, जिससे विश्वविद्यालय की हरित ऊर्जा पहल को नई गति मिलने की उम्मीद है।






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