देवी कात्यायनी की कहानी क्या है?

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 08-10-2024
  Maa Katyayani
Maa Katyayani

 

राकेश चौरासिया

नवरात्रि के छठे दिन हम मां कात्यायनी की आराधना करते हैं. नवदुर्गा के छठे स्वरूप मां कात्यायनी, शक्ति की देवी हैं और इनकी पूजा साधक को सिद्धि और सफलता प्रदान करती है. आइए जानते हैं मां कात्यायनी की कहानी और उनके महत्व के बारे में विस्तार से.

मां कात्यायनी का जन्म और स्वरूप

मां कात्यायनी का जन्म ब्रह्मांड के कल्याण के लिए हुआ था.  पौराणिक कथाओं के मुताबिक, महर्षि कात्यायन ने संतान प्राप्ति के लिए मां भगवती से कठोर तपस्या की थी. मां भगवती प्रसन्न हुईं और उन्होंने महर्षि कात्यायन को वचन दिया कि वह उनके घर पुत्री के रूप में जन्म लेंगी. मां कात्यायनी का जन्म महर्षि कात्यायन के घर हुआ था, इसलिए उनका नाम कात्यायनी पड़ा.

मां कात्यायनी ने ही महिषासुर और शुंभ-निशुंभ जैसे राक्षसों का वध किया था.  मां कात्यायनी ब्रजमंडल की अधिष्ठात्री देवी हैं. गोपियों ने कृष्ण की प्राप्ति के लिए मां कात्यायनी की पूजा की थी.

मां कात्यायनी को युद्ध की देवी के रूप में दर्शाया जाता है. वे सिंह पर सवार होती हैं और उनके चार हाथ हैं. एक हाथ में तलवार, दूसरे में कमल, तीसरे में धनुष और चौथे में बाण होता है. इनका रूप अत्यंत उग्र और भयानक होता है.

मां कात्यायनी की कथाएं

मां कात्यायनी से जुड़ी कई कथाएं हैं. इनमें से कुछ प्रमुख कथाएं इस प्रकार हैं  -

महिषासुर का वध : सबसे प्रसिद्ध कथा महिषासुर का वध है. महिषासुर नाम का एक राक्षस था, जिसने देवताओं को पराजित कर स्वर्ग पर अधिकार कर लिया था. देवताओं ने भगवान शिव से प्रार्थना की. पार्वती ने कात्यायनी का रूप धारण किया और महिषासुर का वध कर देवताओं का उद्धार किया.

ब्रज की गोपियां : एक अन्य कथा के अनुसार, ब्रज की गोपियां श्री कृष्ण को पति रूप में पाने के लिए मां कात्यायनी की आराधना करती थीं.

विद्या की देवी : मां कात्यायनी को विद्या की देवी भी माना जाता है. विद्यार्थी अपनी पढ़ाई में सफलता के लिए मां कात्यायनी की पूजा करते हैं.

मां कात्यायनी का महत्व

मां कात्यायनी शक्ति, साहस और विजय की देवी हैं. जो व्यक्ति मां कात्यायनी की सच्चे मन से पूजा करता है, उसे जीवन में सफलता अवश्य मिलती है. इसके अलावा, मां कात्यायनी बुरी शक्तियों से रक्षा करती हैं और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती हैं.

मां कात्यायनी की पूजा

नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की विशेष रूप से पूजा की जाती है. इस दिन मां को लाल रंग के फूल, फल और मिठाई अर्पित किए जाते हैं. मां कात्यायनी की पूजा करने से मन शांत होता है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

मां कात्यायनी का मंत्र

मां कात्यायनी का मंत्र इस प्रकार है -

चंद्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहन। कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी।।

इस मंत्र का जाप करने से मन शांत होता है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

मां कात्यायनी नवदुर्गा का एक अत्यंत शक्तिशाली रूप हैं. वे शक्ति, साहस और विजय की देवी हैं. मां कात्यायनी की पूजा करने से जीवन में सफलता मिलती है और बुरी शक्तियों से रक्षा होती है.