रामलीला के मंचन पर इतिहास में पहली बार हिस्सा बनेंगी भगवान राम की बहन शांता

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] • 1 Years ago
इस बार भगवान राम की बहन शांताा की भूमिका में रामलीला में होगी शामिल
इस बार भगवान राम की बहन शांताा की भूमिका में रामलीला में होगी शामिल

 

आवाज- द वॉयस/ एजेंसी

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के प्रसिद्ध कटरा रामलीला समिति ने इस बार भगवान राम की बहन देवी शांता पर नया एपिसोड शामिल करने का फैसला किया है. रामलीला 25 सितंबर से शुरू होकर 6 अक्टूबर को समाप्त होगी.

रामलीला के निदेशक सुबोध सिंह ने संवाददाताओं से कहा, "भगवान राम की बहन देवी शांता के बारे में बहुत से लोग नहीं जानते हैं, इसलिए हमने उन पर एक नया एपिसोड शामिल करने का फैसला किया है. दर्शक नए एपिसोड के माध्यम से देवी शांता के बारे में अधिक जान सकेंगे. यह किसी भी रामलीला समिति द्वारा कभी नहीं किया गया है."

हिंदू शास्त्रों के अनुसार भगवान राम की दो बहनें थीं, जिनमें से एक का नाम शांता और दूसरी का नाम कुकबी है. उन्होंने कहा कि कुकबी के बारे में ज्यादा कुछ नहीं पता है, लेकिन शांता के बारे में जानकारी है. शांता अपने चार भाइयों से बड़ी थीं और वास्तव में राजा दशरथ और कौशल्या की बेटी थीं.

उनके जन्म के कुछ साल बाद राजा दशरथ ने शांता को अंगदेश के राजा रोमपद को सौंप दिया. कहा जाता है कि भगवान राम की बड़ी बहन का पालन-पोषण राजा रोमपद और उनकी पत्नी वार्शिनी ने किया था, जो रानी कौशल्या की बहन थीं.

कहा जाता है कि वार्शिनी नि:संतान थीं और एक बार अयोध्या आकर उन्होंने शांता को पालने की अनुमति मांगी और दशरथ इसके लिए तैयार हो गए. हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में शांता को समर्पित एक मंदिर है. कहा जाता है कि यह मंदिर कुल्लू से 50 किमी दूर एक छोटी सी पहाड़ी पर बना है और यहां ऋषि श्रृंगी के साथ शांता की पूजा की जाती है.

माना जाता है कि जो कोई भी यहां दोनों की पूजा करता है, उसे भगवान राम की कृपा मिलती है. शांता का दूसरा मंदिर कर्नाटक के श्रृंगेरी में है. शांता का मंदिर ऋषि श्रृंगी के साथ बनाया गया है. दरअसल, श्रृंगी शहर का नाम ऋषि श्रृंगी के नाम पर पड़ा, क्योंकि उनका जन्म यहीं हुआ था.