आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
सरकार ने बृहस्पतिवार को संसद में कहा कि देश में 2023-24 में रोजगार में लगे लोगों की संख्या बढ़कर 64.33 करोड़ हो गयी जो 2017-18 में 47.5 करोड़ थी.
श्रम एवं रोज़गार राज्यमंत्री शोभा करंदलाजे ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी.
उन्होंने भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि 2023-24 में देश में रोजगार में लगे लोगों की संख्या बढ़कर 64.33 करोड़ हो गयी.
इस बीच, श्रम मंत्रालय ने बुधवार को उस मीडिया रिपोर्ट को खारिज कर दिया, जिसमें आधिकारिक बेरोजगारी आंकड़ों की सटीकता पर संदेह जताया गया था.
मंत्रालय ने कहा कि आवधिक श्रमबल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) को भारत में रोजगार और बेरोजगारी के आंकड़ों के मजबूत स्रोत के रूप में विश्वस्तर पर मान्यता प्राप्त है.
उसने कहा कि जनवरी, 2025 से, पीएलएफएस ने अपने मौजूदा वार्षिक और त्रैमासिक आंकड़ों के अलावा मासिक अनुमान तैयार करना शुरू कर दिया है, जिससे श्रम बाजार के रुझानों पर समय से और विस्तृत नज़र रखना संभव हो गया है.