GST cut on agricultural inputs, dairy products, 'big Diwali gift' to farmers: Industry
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
कृषि और डेयरी क्षेत्र के उद्योग जगत के दिग्गजों ने बृहस्पतिवार को प्रमुख कृषि आदानों और डेयरी उत्पादों पर जीएसटी दरों में कमी करने के सरकार के फैसले का स्वागत किया और इसे बढ़ती लागत और मौसम की अनिश्चितताओं से जूझ रहे किसानों के लिए एक बड़ी राहत बताया.
जीएसटी परिषद द्वारा उर्वरकों, जैव कीटनाशकों, कृषि उपकरणों और डेयरी उत्पादों पर दरों में कटौती के कदम से किसानों की आय में वृद्धि होने के साथ-साथ पौष्टिक भोजन उपभोक्ताओं के लिए अधिक किफायती होने की उम्मीद है.
गोदरेज एग्रोवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक सुनील कटारिया ने कहा कि उर्वरकों और जैव कीटनाशकों पर जीएसटी में कमी से किसानों को ऐसे समय में ‘बड़ी राहत’ मिलेगी जब कृषि फसलों पर अनियमित मौसम का प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है.
कटारिया ने बयान में कहा, ‘‘औसत आदान लागत कुल खेती के खर्च का लगभग 30-40 प्रतिशत होती है, इन लागत को कम करने से गुणवत्तापूर्ण फसल सुरक्षा समाधानों की पहुंच बढ़ेगी, जिससे किसानों को उपज बढ़ाने और आय बढ़ाने में मदद मिलेगी.
उन्होंने कहा कि डेयरी उत्पादों पर जीएसटी घटाकर पांच प्रतिशत करने के फैसले से खरीद का सामर्थ्य बढ़ाने और खपत में सुधार होगा, जिससे देश में प्रोटीन की कमी दूर होगी और साथ ही डेयरी किसान परिवारों का उत्थान होगा.
सीएनएच इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, नरिंदर मित्तल ने कृषि उपकरणों, कलपुर्जों और टायरों पर जीएसटी घटाकर पांच प्रतिशत करने की सराहना करते हुए कहा कि इससे ट्रैक्टर, हार्वेस्टर और अन्य उपकरण अधिक किफायती बनकर मशीनीकरण में तेजी आएगी.
मित्तल ने कहा, ‘‘ये सुधार उद्योग जगत के लोगों को श्रम की कमी को दूर करने, किसानों की उत्पादकता बढ़ाने और स्थायी प्रथाओं को बढ़ावा देने में सक्षम बनाएंगे।’’ उन्होंने कहा कि यह कदम आगे स्थानीयकरण और नवाचार के लिए सही माहौल प्रदान करता है.