कश्मीरी गेट आईएसबीटी होगा विकसित, बसों के लिए बनेंगे 'बस-बे' , ट्रांजिट हब

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] • 1 Years ago
कश्मीरी गेट आईएसबीटी होगा विकसित, बसों के लिए बनेंगे 'बस-बे' , ट्रांजिट हब
कश्मीरी गेट आईएसबीटी होगा विकसित, बसों के लिए बनेंगे 'बस-बे' , ट्रांजिट हब

 

नई दिल्ली.

दिल्ली के कश्मीरी गेट अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल को विकसित किया जाएगा. दिल्ली के आईएसबीटी के मुख्य प्रवेश द्वार के करीब, इंट्रा सिटी सरकारी बसों तक सीधे पहुंचने के लिए सुधार योजना भी चल रही है.

प्रस्तावित योजना के अनुसार, कश्मीरी गेट आईएसबीटी में इंट्रासिटी सरकारी बसों के लिए बस-बे होंगे जो यात्रियों को इंट्रा सिटी सरकारी बसों में चढ़ने और उतरने में मदद करेंगे और इमारत में प्रवेश किए बिना सीधे आईएसबीटी तक पहुंच सकेंगे.

कश्मीरी गेट 1976 में स्थापित पहला आईएसबीटी था और 9 राज्यों में सेवा प्रदान करता है, जो सभी आईएसबीटी में से सबसे अधिक संख्या है. यहां से प्रति दिन लगभग 1200 बसें निकलती है और प्रति दिन लगभग 75 हजार यात्रियों को सेवा देता है.

हाई डेंसिटी पैसेंजर मूवमेंट आईएसबीटी के हर मोड में हर रोज दिखते हैं, इसके कारण यह एक हाई रिस्क जोन भी है. पिछली व्यवस्थाओं के अनुसार, डीटीसी और क्लस्टर इंट्रासिटी बसें यात्रियों को कश्मीरी गेट आईएसबीटी से लगभग 400 से 500 मीटर की दूरी पर मोरी गेट बस स्टॉप पर उतारती हैं.

इसके अतिरिक्त, डीटीसी, क्लस्टर और अंतरराज्यीय, इंटरसिटी बसें जीटी करनाल सड़क किनारे से प्रवेश करती हैं, जिससे मुख्य सड़क पर भारी भीड़भाड़ होती है. एक बार जब यह बस-वे शुरू हो जाएगा, तो यह आईएसबीटी के आसपास की मुख्य सड़कों पर भीड़भाड़ कम हो जाएगी.

इसके अलावा, इन बस- वे और आईएसबीटी दोनों से यात्री सुविधाजनक तरीके से पहुंच सकेंगे. चूंकि यह बस- वे बस टर्मिनल के मुख्य प्रवेश द्वार के पीछे हैं और यह कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 8 तक सीधा पहुंचेगा, तो इससे यात्रियों को कश्मीरी गेट आईएसबीटी या इंट्रासिटी बस-वे पर मेट्रो से उतरने में आसानी होगी.

इससे वायलेट लाइन मेट्रो उपयोगकर्ता अब गेट नंबर 8 से सीधे बाहर निकल सकेंगे और आईएसबीटी में जा सकेंगे या परिवहन का कोई अन्य साधन ले सकेंगे. इससे कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 7 पर ट्रैफिक का बोझ भी कम होगा.

दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि मुझे विश्वास है कि हम आईएसबीटी के अंदर और बाहर जो नए सुधार कर रहे हैं, इससे हमारे पास एक विश्व स्तरीय ट्रांजिट हब होगा, जिस पर दिल्ली को गर्व होगा.

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने टैक्सी, ऑटो चालकों के लिए प्री-पेड बूथ और पाकिर्ंग स्थल और ओला, उबर और इसी तरह की अन्य सेवाओं के लिए पिकअप ड्रॉप ऑफ पॉइंट विकसित करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया है.

डीटीआईडीसी, परिवहन विभाग की बुनियादी ढांचा, वर्तमान में आईएसबीटी सराय काले खां, आनंद विहार और कश्मीरी गेट का प्रबंधन करती है. यह तीनों आईएसबीटी दिल्ली में आने वाले पब्लिक के लिए प्रमुख ट्रांजिट हब के रूप में कार्य करती हैं। 2002 में स्थापित कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन रेड, येल्लो और वैलेट लाईन का उपयोग है.

यह आरआरटीएस से प्रस्तावित और एनसीआरटीसी द्वारा शुरू की जा रही मल्टी मॉडल इंटीग्रेशन प्लान 2019 का हिस्सा है. परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि हम दिल्ली परिवहन के बुनियादी ढांचे में संरचनात्मक सुधार लाने और यात्रियों को अधिक से अधिक सुविधा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

कश्मीरी गेट आईएसबीटी पहले से ही मेट्रो और बस दोनों सेवाओं की उपलब्धता के कारण ट्रांजिट हब के रूप में बहुत सारे इंटरसिटी और इंट्रासिटी यात्रियों की जरूरतों को पूरा कर रहा है. आईएसबीटी के अंदर और बाहर जो नए सुधार कर रहे हैं, इससे हमारे पास एक विश्व स्तरीय ट्रांजिट हब होगा.