किशनगंज (बिहार)
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके पुत्र तेजस्वी यादव पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले गठबंधन को लेकर उनकी पार्टी की ओर से किए गए आग्रहों पर दोनों नेताओं ने कोई जवाब नहीं दिया।
हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने अपनी चार दिवसीय "सीमांचल न्याय यात्रा" के तहत किशनगंज जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए यह बात कही।
ओवैसी ने स्पष्ट किया, "हमारे बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान ने लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को तीन पत्र लिखकर 'इंडिया' गठबंधन में शामिल होने की इच्छा जताई थी। हमने केवल छह सीट की मांग की थी, हमें किसी मंत्री पद की चाहत नहीं थी।"
उन्होंने राजद की "उपेक्षा" पर नाराज़गी व्यक्त करते हुए कहा, "हमारी केवल यही मांग थी कि हमें बराबरी का दर्जा मिले, गुलाम की तरह व्यवहार न किया जाए। लेकिन अब तक उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया।"
राजद पर हमला बोलते हुए ओवैसी ने कहा कि बिहार में मुस्लिम समुदाय के पास अपनी कोई ठोस नेतृत्वकारी ताकत नहीं है, जबकि हर जाति के अपने नेता हैं। उन्होंने सवाल किया, "जब तेजस्वी मुख्यमंत्री बनने का सपना देख सकते हैं तो सीमांचल का कोई युवा नेता क्यों नहीं बन सकता?"
ओवैसी ने दोहराया कि उनकी पार्टी ने यह पहल इसलिए की ताकि उन पर भाजपा की मदद करने के आरोप न लगें। उन्होंने चेतावनी दी, "राजद की ओर से सही प्रतिक्रिया नहीं आने से यह साफ हो जाएगा कि वास्तव में भाजपा की मदद कौन कर रहा है।"
गौरतलब है कि पिछली बार एआईएमआईएम ने 20 सीट पर चुनाव लड़ा था और पाँच जीती थीं, हालांकि बाद में चार विधायक राजद में शामिल हो गए थे। ओवैसी आज दिन में बाद में अररिया जिले में भी जनसभाओं को संबोधित करेंगे।